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कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए BMC 10 केंद्रों पर 11 ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी

बीएमसी की स्थायी समिति ने दो सुरंगों के निर्माण के लिए INR 500 करोड़ की परियोजना को भी मंजूरी दी, जो मीठी नदी में प्रदूषण को रोकने में मदद करेगी, जो अपने तट के साथ उद्योगों और मलिन बस्तियों से सीवेज डिस्चार्ज और अपशिष्ट जल का सामना कर रही है।

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए BMC 10 केंद्रों पर 11 ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी
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बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की स्थायी समिति ने बुधवार, 18 अगस्त को 11 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित (oxygen) करने की दो परियोजनाओं को मंजूरी दी। यह निर्णय नगर निकाय द्वारा कोरोनावायरस (Coronavirus third wave)  की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के लिए लिया गया है।

प्रस्ताव के अनुसार 204 करोड़ रुपये की लागत से ये 11 ऑक्सीजन प्लांट 10 स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे। इसमें दहिसर जंबो सेंटर, बीकेसी जंबो सेंटर जैसे स्थान शामिल हैं। 

इसके  पहले बीएमसी ने शहर में नौ स्थानों पर 16 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का ठेका दिया था।  COVID-19 की दूसरी लहर में, शहर की दैनिक ऑक्सीजन की मांग लगभग 235 मीट्रिक टन थी।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिना किसी गणना के ऑक्सीजन संयंत्रों के ठेके देने के लिए बीएमसी को फटकार लगाई है।

इसके अलावा, बीएमसी की स्थायी समिति ने दो सुरंगों के निर्माण के लिए 500 करोड़ की परियोजना को भी मंजूरी दी, जो मीठी नदी में प्रदूषण को रोकने में मदद करेगी, जो अपने तट पर उद्योगों और मलिन बस्तियों से सीवेज डिस्चार्ज और अपशिष्ट जल का सामना कर रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बापट नाला और सफेद पूल नाले से धारावी में प्रस्तावित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक 6.7 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण 48 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।

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