बीएमसी और सरकारी अस्पतालों में बार बार केसपेपर निकालने का झंझट अब जल्द ही खत्म हो सकता है, बीएमसी जल्द ही हॉस्पिटल मॅनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम शुरु करने जा रही है , जिससे अलग अलग सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों को एक ही जगह पर मरीजों के सारे रिकॉर्डस मिल जाएंगे।
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बीएमसी इस सेवा को सबसे पहले नायर अस्पताल में शुरु करने जा रही है। पिछलें कई सालों से इस विषय पर चर्चा हो रही थी। आनेवाले डेढ़ महीने में इस नायर अस्पताल में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया जाएगा। हॉस्पिटल मॅनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम का अच्छी तरह से इस्तेमाल हो सके इसके लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
फिलहाल अस्पताल में 1900 कर्मचारी कार्य कर रहे है जिसमें 1200 कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ पांच बीएमसी अस्पतालों और 2 उपनगरीय अस्पतालों को इसमें शामिल किया जाएगा।- नायर अस्पताल के डीन डॉ. रमेश भारमल
क्या है हॉस्पिटल मॅनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम?
पहली बार केसपेपर निकालते समय मरीज की पूरी जानकारी लेकर एक स्वतंत्र बारकोड वाली रसीद दी जाएगी। मरीजो को ये रसीद संभालकर रखनी होगी। रशीद पर होनेवाले बारकोड से डॉक्टरो को सिर्फ एक क्लिक पर मरीज की पूरी जानकारी मिल जाएगा। इसके साथ ही अगर किसी मरीज ने बीएमसी के छोटे डिस्पेंसरी में भी इलाज कराया है और आगे के इलाज के लिए बीएमसी के बड़े अस्पताल जा रहा है तो भी डॉक्टरों की इसकी जानकारी ऑनलाइन मिल जाएगी।