बाल कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता के एक अनुकरणीय प्रदर्शन में मध्य रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल ने मई महीने के दौरान अपनी समर्पित अभियान "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" के तहत 163 बच्चों को सफलतापूर्वक बचाया। राजकीय रेलवे पुलिस और अन्य अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों के सहयोग से आरपीएफ ने इन कमजोर बच्चों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित की।(Central Railway RPF rescues 163 children in 'Operation Nanhe Farishtey')
बचाए गए 163 बच्चों में 133 लड़के और 30 लड़कियां थीं, जिनमें से सभी को चाइल्डलाइन जैसे एनजीओ की मदद से सफलतापूर्वक उनके माता-पिता से मिला दिया गया है। विभिन्न मंडलों के आरपीएफ कर्मियों के उल्लेखनीय प्रयासों ने इस हृदयस्पर्शी उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मध्य रेलवे के आरपीएफ मुंबई डिवीजन ने 34 बच्चों को बचाया, जिनमें 23 लड़के और 11 लड़कियां शामिल हैं। इसी तरह, भुसावल संभाग ने 70 लड़कों और 8 लड़कियों सहित 78 बच्चों की मदद की, जबकि नागपुर संभाग ने 5 लड़कों और 9 लड़कियों सहित 14 बच्चों को बचाया।
सोलापुर डिवीजन ने सफलतापूर्वक 4 बच्चों को बचाया, जिसमें 2 लड़के और 2 लड़कियां शामिल थीं, और पुणे डिवीजन ने 33 लड़कों को बचाने में योगदान दिया।
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