मध्य रेलवे (Central Raiway) सतर्कता विभाग ने टिकटों के हस्तांतरण, दलाली गतिविधियों और नकली पहचान पत्रों व नकली टिकटों पर यात्रा सहित अवैध टिकटिंग गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी है। जनवरी 2025 से मई 2025 तक, मध्य रेलवे यातायात सतर्कता दल ने ऐसी गड़बड़ियों पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न स्थानों पर आठ निवारक जाँचें कीं।
जाँचों का विवरण
फरवरी 2025
अंबरनाथ (03.02.2025): सॉफ्टवेयर के माध्यम से अनधिकृत ई-टिकटिंग का पता चला; ₹12,000/- मूल्य के 08 टिकट और 13 आईआरसीटीसी पहचान पत्र जब्त किए गए। सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुसार प्राथमिकी दर्ज की गई और मामला बंद कर दिया गया।
कोल्हापुर (18.02.2025): ₹25,557/- मूल्य के 04 टिकटों के साथ चार दलालों को गिरफ्तार किया गया। संबंधित अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
मार्च 2025 में
पुणे (04.03.2025): डेक्कन जिमखाना पीआरएस में तीन दलालों को ₹10,520/- मूल्य के तीन जेसीआर टिकटों के साथ पकड़ा गया। कानूनी कार्रवाई के लिए आरपीएफ को सौंप दिया गया।
सिस्टम का दुरुपयोग (24.03.2025): आरक्षण क्लर्क ने निजी लाभ के लिए बिना प्रिंट किए सिस्टम में टिकट जारी कर दिए। मुख्य आरोप पत्र जारी किया गया।
अप्रैल 2025
•ट्रेन संख्या 11055 में दो यात्री फर्जी पहचान पत्रों और ट्रांसफर किए गए टिकटों पर यात्रा करते पाए गए। दोनों पर रेलवे नियमों के अनुसार जुर्माना लगाया गया।
मई 2025
•ट्रेन संख्या 12741 में दो गैर-रेलवे कर्मचारियों को विशेषाधिकार पास का उपयोग करके बुक किए गए पीआरएस टिकटों पर यात्रा करते हुए पाया गया। दोनों पर ₹10,990/- का जुर्माना लगाया गया। आगे की जाँच जारी है।
•मलकापुर (22.05.2025): बड़े दलाली रैकेट का भंडाफोड़; ₹10.09 लाख मूल्य के 182 जेसीआर टिकटों के साथ दो व्यक्ति गिरफ्तार। दलालों, आरक्षण क्लर्क और आईपीएफ के बीच अवैध संबंध पाए गए। तदनुसार, बड़े और छोटे आरोप पत्र जारी किए गए।
मध्य रेलवे विजिलेंस रेलवे टिकटिंग संचालन में पारदर्शिता, सत्यनिष्ठा और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। वास्तविक यात्रियों के हित में दलाली और अवैध टिकटिंग गतिविधियों को समाप्त करने के लिए निरंतर जाँच और सख्त प्रवर्तन उपाय किए जा रहे हैं।
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