महानिर्मिति, महापारेषन और महावितरण कंपनी जैसी बिजली कंपनियों में ठेके पर पर काम कर रहे कर्मचारियों ने रिक्त पदों पर भर्ती न करने के विरोध में पुणे से मंत्रालय तक लॉन्ग मार्च करने का निर्णय लिया है। इन कर्मचारियों का आरोप है कि बिजली कंपनियों में खाली पदों पर भर्ती नहीं की जा रही है।
मराठी प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र बिजली कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीलेश खरात का कहना है कि इस लॉन्ग मार्च में लगभग 5000 से भी ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे और मंत्रालय पर पहूँचने के बाद विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह मार्च 20 फ़रवरी से पुणे से शुरू होगा और 26 फरवरी को मंत्रालय के पास खत्म होगा।
इस हड़ताल में शामिल होने वाले कई कर्मचारियों का कहना है को वह पिछले 10 से 15 सालो से कॉन्ट्रेक्ट पर काम कर रहे है। उन्होंने कई बार सरकार से रिक्त जगहों पर उन्हें परमानेंट करने और अतिरिक्त भर्तियां करने के लिए कई बार पत्र लिखा लेकिन सरकार ने उनकी इन मांगों पर कोई विशेष ध्यान नही दिया। कर्मचारी संगठन की मांग है कि जब तक उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से किसी भी तरह का कोई भी लिखित आश्वासन नही मिलता है वह अपना विरोध जारी रखेंगे।