गणेशोत्सव को अब कुछ ही दिन रह गये हैं, इसकी तैयारी लगभग पूरी हो गयी है। मुंबई के लगभग सभी बाजार सजावटी सामानों में भरे पड़े हैं। इसका असर अब सूखे मेवे पर भी पड़ रहा है। आम दिनों की अपेक्षा सूखे मेवे इस समय 25 फीसदी अधिक अधिक महंगे दामों में बिक रहे हैं। सूखे मेवे सहित अन्य सामानों के सामान भी बल्लियों उछल रहे हैं।
वैसे तो अमूमन हर त्योहारो पर सूखे मेवे की डीमांड बढ़ जाती है लेकिन गणेशोत्सव के अवसर पर डिमांड कुछ अधिक ही हो जाती है। भारत अधिकांश सूखे मेवे बाहर के देशों से आयात करता है। यह मेवे अफगानिस्तान, इरान, ईराक, अमेरिका जैसे अन्य देशों से मंगाए जाते हैं। त्योहारो में इनकी मांग बढ़ जाती है जिससे ये महंगे दामों में बिकने लगते हैं। लेकिन इस बार इनकी कीमतें आसमान छु रही हैं।
एक नजर कीमतों पर
मेवा | रुपये (प्रतिकिलो) |
बदाम | 980 से 1200 लेकर |
काजू | 1250 से 2600 |
किशमिश | 1100 से 2200 |
अंजीर | 1500 से 2800 |
पिस्ता सॉल्टेड | 2000 से 3500 |
पिस्ता प्लेन | 3200 |
अखरोट | 1300से 2400 |
खुबानी | 1100 से 1600 |
खजूर | 480 से 1100 |
ममरा बदाम | 3000 से 6800 |
'सामानों में कटौती'
गणेशोत्सव के अवसर पर दादर बाजार में मेवे खरीदने आए एक ग्राहक संकेत कुमार का कहना है कि वे हर साल गणपति अपने घर लाते हैं।
उन्हें पता होता है कि यह त्योहारों का सीजन है इसीलिए महंगाई कुछ न कुछ रहेगी लेकिन इस बार की महंगाई देख कर वे हैरान हैं।
उनका कहना है कि, इस बार सामानों की कीमतें आसमान छू रही हैं।
इतनी महंगाई उन्होंने आज तक नहीं देखी थीं।
वे आगे कहते हैं कि मेवे के दाम उनके बजट के बाहर हैं, कुछ नही खरीदने से अच्छा है कि कुछ सामानों में कटौती की जाए।
'घर का बजट होगा प्रभावित'
इसी तरह से सामान खरीदने आई एक महिला ग्राहक रेखा शिंदे का कहना है कि वे हर साल बड़ी धूमधाम से बप्पा को अपना घर लाती हैं, इसके लिए वे अपने घर को काफी सजाती हैं।
लेकिन इस बार की महंगाई को देख कर उन्होंने सामानों में कटौती की है।
वे कहती हैं कि बप्पा को घर तो लाना ही है लेकिन इस बार का बजट उनके घर का बजट को प्रभावित करेगा।