
वसई-विरार तटीय और खाड़ी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन हो रहा है। इस रेत खनन से खाड़ी और तट की गहराई बढ़ रही है। साथ ही, अतिरिक्त रेत खनन से यहाँ की जैव विविधता को भी नुकसान पहुँच रहा है।कहा जा रहा है कि विरार और दहानू मार्ग के बीच वैतरणा खाड़ी पर बना रेलवे पुल पिछले कुछ वर्षों से वैतरणा खाड़ी में चल रहे रेत खनन के कारण खतरे में है।(Illegal sand mining exposed in Virar)
अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अभियान शुरू
इस रेत खनन की अनदेखी के कारण यहाँ रेत माफिया बेलगाम हो गए हैं। साथ ही, रेत माफिया द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार भी हो रहा है।वसई-विरार तटीय और खाड़ी क्षेत्र में अवैध रेत खनन जारी है। राजस्व विभाग ने इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है।विरार राजमार्ग के पास खानीवाड़े गाँव में एक रेत खनन स्थल पर कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान, अधिकारियों ने 70 टन रेत जब्त की।
कार्रवाई के बाद भी अवैध खनन जारी
रेत माफिया को बार-बार कार्रवाई और चेतावनी देने के बावजूद, क्षेत्र में अवैध खनन जारी है।हालिया कार्रवाई के दौरान, पाँच अवैध रेत खनन गड्ढों को ध्वस्त कर दिया गया और ज़ब्त की गई 70 पीतल की रेत को वापस नाले में डाल दिया गया।
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