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जाते- जाते भी दर्द दे गया साल 2017 !

साल 2017 में ऐसे कई हादसे हुए जिन्होने आम मुंबईकर को अंदर से हिला दिया।

जाते- जाते भी दर्द दे गया साल 2017 !
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मुंबई को सपनों का शहर कहा जाता है, लेकिन इसके साथ ही इसे कई लोग खतरों का भी शहर कहते है। कहते है मुंबई में कब क्या हो जाए किसी को नहीं पता, कोई जमीन से आसमान छूं ले तो कोई  आसमान से सीधा जमीन पर गिर जाए। वैसे तो मुंबई सपनों का शहर है लेकिन इस शहर में जिंदगी की किमत भी उतनी ही कम है ।  साल 2017 में  मुंबई ने कई हादसे देखे। इन हादसों में सैकड़ों मुंबई करो ने अपनी जांन गवाई। आलम तो ये होगा थी कि लोगों तो अब इस बात पर भी शक होने लगा ही ई अगव वो अपने काम से कही बाहर निकले तो शाम तक क्या सही सलामत घर पहुंच पायेंगे।  शुक्रवार को कमला मिल में पब में आग लगने के कारण 14 लोगों की मौत हो गई तो वही 12 लोग घायल हो गए। आईये देखते है कब कब दहली है मुंबई।  


दो दिनों तक लगातार बारिश- 29 और 30 अगस्त को लगातार हुई बारिश के कारण मुंबईकरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस बारिश में जहां पांच लोगों की मौत हो गई तो वहीं कई लोग इस बारिश से बीमार भी हो गए।  महाराष्ट्र सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया था।  आलम ये था की दो दिन की बारिश मे मुंबई थम गई थी, रेल से लेकर बेस्ट तक सभी की सेवाएं रुक गई थी । 200 से अधिक स्थानों पर पेड़ गिरने तथा कई स्थानों पर बिजली के खंबे गिर गए हैं. कई जगहों से शॉर्ट सर्किट के भी समाचार मिले थे।  


एलफिन्सटन भगदड़-   सितंबर को मुंबई के एलफिन्स्टन स्टेशन पर हुई भगदड़ में  22 लोगों की मौत हो गई थी और 30 शे भी ज्यादा लोग घायल हो गए थे।  मृतकों में 13 पुरुष, 8 महिलाएं और एक बच्चा शामिल थे।  ये हादसा उस वक्त हुआ जब लोग अपने ऑफिस के लिए स्टेशन से निकल रहे थे।  एक अफवाह के कारण मची भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई। हालांकी इसके बाद राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने एलफिन्सेटन ब्रिज की मरम्मत का कार्य सेना के जरिए जल्दी कराने का फैसला किया।


साकिनाका में लगी आग- अंधेरी के  साकिनाका इलाके में 17 दिसंबर को  तड़के सुबह 4 बजे एक मिठाई की दुकान में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। दुकान में सो रहे 12 लोगों की जलकर मौत हो गई। आग लगने के बाद पाया गया की दुकान अवैध तरिके से चल रही थी और पुलिस मे दुकान के मालिक को गिरफ्तार भी कर लिया।


घाटकोपर में निर्माणाधीन इमारत गिरी -  घाटकोपर  इलाके में 27 जुलाई  की सुबह भीषण हादसा हुआ।  यहां एक चार मंजिला इमारत ढह गई जिससे 17 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई। इस इमारत में एक शिवसेना पदाधिकारी का अस्पताल भी था, जिसमें अवैध बांधकाम निर्माण कराने के चक्कर में ये इमारत गिरी।  


निर्माणाधीन इमारत में सिलेंडर फटने से 6  मज़दूरों की मौत-  7 सितंबर 2017 को  जुहू में एक निर्माणाधीन इमारत में सिलेंडर फटने से छह मज़दूरों की मौत हो गई जबकि 11 मज़दूर घायल  हो गये थे।  


भायखला में गिरी इमारत -  इसी साल अगस्त में ही  भायखला के जे जे मार्ग पर  पांच मंजिला इमारत गिरने से 22 लोगों की मौत हो गई।  मृतकों में 17 पुरुष और 5 महिलाएं थी । घायलों का इलाज जेजे अस्पताल और सैफ़ी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।


बांद्रा गरीब नगर आग- बांद्रा के गरीब नगर इलाके में बीएमसी की अवैध झोपड़ा पर तोड़क कार्रावाई के दौरान झोपड़पट्टीयों में आग लगा दी गई , इस आग में कुछ लोग घायल हुए। पुलिस ने आग लगाने के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया। 


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