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मानसून के दौरान टेपवर्म संक्रमण में वृद्धि

डॉ. पै ने बताया, "बारिश के मौसम में लोग बुनियादी खाद्य स्वच्छता की उपेक्षा करते हैं, लेकिन अधपका सूअर का मांस और अनुचित तरीके से धुली सब्जियां टेपवर्म लार्वा के सामान्य वाहक हैं।"

मानसून के दौरान टेपवर्म संक्रमण में वृद्धि
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पालघर, ठाणे और मुंबई में मानसून के मौसम के नज़दीक आते ही, मीरा रोड स्थित वॉकहार्ट अस्पताल ने टेपवर्म संक्रमण की घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि को लेकर एक गंभीर स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है। (Increase in tapeworm infections during monsoon)

वायरस मस्तिष्क में गंभीर संक्रमण का कारण

अस्पताल के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. पवन पई ने न्यूरोसिस्टीसरकोसिस के गंभीर खतरों के बारे में जानकारी दी है। यह वायरस मस्तिष्क में गंभीर संक्रमण का कारण बनता है। यह स्थिति अक्सर दूषित भोजन और पानी के कारण होती है।

डॉ. पई ने बताया, "मानसून के मौसम में लोग अक्सर बुनियादी खाद्य स्वच्छता की उपेक्षा करते हैं, लेकिन अधपका सूअर का मांस और ठीक से धुली हुई सब्ज़ियाँ टेपवर्म लार्वा के आम वाहक हैं।" संक्रमण के जोखिम के बारे में उन्होंने कहा, "एक बार ये वायरस शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, तो ये मस्तिष्क पर हमला करते हैं। इससे चक्कर आना, सिरदर्द, संज्ञानात्मक हानि के साथ-साथ तंत्रिका संबंधी क्षति भी हो सकती है।"

मानसून के मौसम में बाढ़ की बढ़ती घटनाओं और खराब स्वच्छता के कारण ऐसे संक्रमणों का खतरा काफी बढ़ जाता है। डॉ. पई ने बताया कि बच्चे और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग इस वायरस के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं।

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