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मुंबई में बरसी मुसीबत, दिन भर क्या हुआ जानें यहां


मुंबई में बरसी मुसीबत, दिन भर क्या हुआ जानें यहां
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कभी न रुकने और थमने वाली मुंबई अक्सर बारिश में रुकने के लिए मजबूर हो जाती है। एक बार फिर मुंबई की यह मज़बूरी देखने को मिली 29 अगस्त को। इस 29 अगस्त ने 26 जुलाई 2005 के उस विभीषिका की याद दिला दी जिसने मुंबई मजे काफी तबाही मचा दी थी। उस हादसे से सबक लेते हुए शायद प्रशासन इस बार काफी चौकन्ना था, इसीलिए कहीं से कुछ हादसे की खबर नहीं आई, परशानियों को अगर अपवाद मान लिया जाये तो।


तो आइये एक नजर डालते हैं, 29 अगस्त को कहां क्या-क्या घटित हुआ?


भारी बारिश ने पूरी की हैट्रिक 

मुंबई में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। लगातार बारिश से मुंबई बेहाल है। मात्र मंगलवार को ही दिन भर में हुई बारिश से 303 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में मुंबई में भारी बारिश की संभावना है।


रुक गयी लाइफ लाइन 

मूसलाधार बारिश से मुंबई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेन पर असर हुआ। सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर लाइन्स पर लोकल ट्रेन रुक-रुक कर चलीं। आधे दिन के बाद ट्रैक पर पानी भर जाने के बाद से लोकल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। 

रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। रेलवे ट्रैक पर पैदल चल कर यात्रियों ने अपनी यात्रा पूरी की। रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने की भी खबर मिली। 

खबर जाने तक वेस्टर्न रेलवे में अँधेरी से विरार तक की ट्रैन चालू हो गई थी जबकि सीएसटी से ठाणे तक सर्विस बंद है जबकि गठन से कल्याण तक ट्रैन की सेवा चालू है। बारिश का आलम कैसा था आप मुलुंड स्टेशन के इस वीडियो को देख कर अंदाजा लगा सकते हैं।


सड़कें बनी समुद्र 

एक तो मुंबई की सड़क और ऊपर से भारी बारिश। सड़के पूरी तरह से जलमग्न हो जाने के कारण समुद्र बन गई। सड़क में बने गड्ढे नहीं दिख रहे थे जिससे वाहनों का आवागमन बेहद ही सुस्त रहा। 

सड़क पर पानी जमा होने और कई स्थानों पर पेड़ गिरने के कारण लंबे-लंबे जाम लगे रहे जिससे यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में कई घंटे लगे। ट्रेनों के बंद होने का फायदा रिक्शे वालो और टैक्सी वालों ने जम का उठाया। 


यात्रियों से मनमाने किराए वसूल किये गए। एक ही टैक्सी या रिक्शे में यात्रियों को भूसे की तरह ठूंसा गया। भरी बारिश के कारण बेस्ट की बसें भी जगह जगह जाम में फंसी दिखीं और कई बसों के रूटों में भी परिवर्तन किया गया।


कई इलाके हुए प्रभावित

मुसीबत बन कर बरसी इस बारिश से कई इलाके प्रभावित हुए जिनमें मुख्यरूप से लोअर परेल, जोगेश्वरी, विक्रोली, दादर, एलफिस्टन, कुर्ला, अंधेरी, खार, घाटकोपर, सायन और हिंदमाता इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। 

यही नहीं परेल स्थित केईएम हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर में भी पानी भर गया। जिसकी वजह से कई मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा।


उड़ानों पर भी हुआ असर 

इस बारिश से विमान उड़ानों पर भी असर पड़ा। लो विजिबिलिटी की वजह से छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन को कुछ वक्त के लिए रोकना पड़ा। वहीं, कई  फ्लाइट्स की उड़ानों को रद्द करना पड़ा।


कल भी स्कूल-कालेज रहेंगे बंद 

महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने बुधवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का निर्देश दिया। मंगलवार को कुछ स्कूल ने जल्दी छुट्टी कर दी थी। तो वहीं सरकार ने सभी कार्यालयों में आधे दिन के बाद छुट्टी करने के आदेश दे दिया।

 

जरूरी होने पर ही घर से निकले- प्रशासन ने दी सलाह 

सुबह से भारी बारिश और जगह-जगह पानी भर जाने के बाद पुलिस ने ट्वीट कर लोगों को जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी। साथ ही पुलिस ने खुद कहीं भी फंसे होने पर 100 नंबर डॉयल कर पुलिस से मदद मांगने की सलाह दी। यही नहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से खुद बीएमसी के आपातकालीन कक्ष का दौरा किया और हालत का जायजा लिया।


पीएम मोदी ने ली फडणवीस से जानकारी 
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के माध्यम से लोगों को जानकारी दी कि मुंबई में हो रही बारिश को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से बात हुई। हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से महाराष्ट्र सरकार को सभी तरह की मदद देगी। इसके साथ ही गृहमंत्री राजनाथ ने भी फोन पर देवेंद्र फडणवीस से बात कर हालचाल जानें।

कोई बड़ा हादसा नहीं

यह काफी अच्छी बात रही कि इतनी बारिश के बावजूद कहीं से किसी हादसे की खबर नहीं आईं।  हाँ! कुछ जगह बिल्डिंग का मलबा जरूर गया, तीन जगह दीवार गिरने की बात सामने आई। 

हालांकि, इनमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। बीएमसी के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़े 50 से अधिक एक्सीडेंट सामने आए। जबकि 70 जगहो  पर शॉर्ट शर्किट और 250 से अधिक पेड़ या उनकी ब्रांच गिरने की घटनाएं सामने आई।


हाईटाइड ने बढ़ाई मुसीबत 

2005 की तरह इस बार भी हाईटाइड ने लोगों की मुसीबत बढ़ाई। मौसम विभाग ने भी अगले 24 घंटों में इसी तरह से बारिश होने की चेतावनी दी है, साथ ही समुद्र में हाईटाइड के आने की भी चेतावनी दी है।


सरकारी मशीनरी पूरी तरफ से मुस्तैद  

2005 की घटना  से सबक सीखते हुए इस बार प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखा। एनडीआरएफ की 3 टीमों को मुंबई में अलर्ट पर रखा गया है। 2 अतिरिक्त टीम को पुणे से मुंबई भेजा गया। नेवी को भी अलर्ट पर रखा गया था। 

बीएमसी की तरफ से मुंबई में 6 बड़े पंपिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं। मुंबई के 310 स्थानों पर जमा पानी को निकालने के लिए पंप लगाए गए थे। पूरी बीएमसी सड़क पर उतर आई थी। खुद महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर हालात का जायजा लेने के लिए घुटनों पानी तक सड़क पर उतरे थे।


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