यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने बीएमसी से माहिम रेलवे स्टेशन के उत्तर में ओवरहेड पाइपलाइन को हटाने और उसे शिफ्ट करने के लिए कहा है। एक संयुक्त बैठक में पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने बीएमसी के अधिकारियों को बताया की मा हिम यार्ड को फिर से तैयार करने के लिए ओवरहेड पाइपलाइन एक समस्या के रुप में काम कर रही है। यह पाइपलाइन माहिम पश्चिम से धारावी तक फैली हुई है, जो पांच रेल लाइनों को पार करती है। पश्चिम रेलवे के अधिकारियों का कहना है की यह पाइप जंग लगी है और काफी पूरानी हो गई है।
बीएमसी ने रेलवे को आश्वासन दिया है की वह जल्द ही इस ओवरहेड पानी की पाइप लाइन को हटा देंगे। यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह ओवरहेड पाइपलाइन हर में पानी ले जाने वाली मुख्य लाइनों में से एक है। हालांकी बीएमसी अब इसे अंडरग्राउंड करने पर भी विचार कर रहा है। दरअसल रेलवे माहिम यार्ड की रिमॉडलिंग करना चाहता है लेकिन इस पाइप लाइन के कारण उसके काम में रुकावट आ रही है। इसके साथ ही यह पाइप लाइन काफी पूरानी हो गई है और यात्रियों के लिए सुरक्षित नहीं ही।
बारिश के लिए तैयारियां शुरु
मध्य रेलवे ने पहले ही 78
पुलियों की सफाई की है और 113
किमी जल निकासी की व्यवस्था की है। इसके साथ मध्य रेलवे 79
पंप स्थापित करेगा। मध्य रेलवे ने कर्जत से लोनावाला और कासरा से इगतपुरी तक घाट खंडों का सर्वेक्षण करने के लिए ड्रोन का उपयोग किया। इसके साथ ही पश्चिम रेलवे ने रेलवे पटरियों की सीमाओं पर बसे अवैध झुग्गियों को तोड़ना भी शुरु कर दिया है।
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