सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जस्टिस डी.के. जैन (रिटायर्ड) को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का लोकपाल नियुक्त किया है। आपको बता दें कि इस मामले में पछले महीने हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने लोकपाल पर खोज समिति के लिए देश के पहले लोकपाल की नियुक्ति के वास्ते नामों के पैनल की सिफारिश करने की समय सीमा फरवरी के अंत तक निर्धारित की थी। खोज समिति की प्रमुख सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज रंजना प्रकाश देसाई हैं।
जैन को बीसीसीआई में उठ रहे प्रशासनिक मुद्दों के कारण उन्हें संभालने के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी है। शीर्ष अदालत की न्यायाधीश एस.ए. बोब्डे और जस्टिस अभय मनोहर सापरे की बैंच ने छह वकीलों के सहमत हो जाने के बाद जैन को लोकपाल नियुक्त किया है।
अदालत के आदेश पर बनाए गए बीसीसीआई के संविधान के अनुच्छेद 40 के मुताबिक अदालत के पूर्व न्यायाधीश डी.के. जैन को बीसीसीआई का पहला लोकपाल नियुक्ति किया गया है। डी.के. जैन जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे को प्रशासकों की समिति (सीओए) के तीसरे सदस्य के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है। इस समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएजी विनोद राय हैं। रामचंद्र गुहा और विक्रम लिमए के इस्तीफे के बाद से सीओए में पद रिक्त थे।
बीसीसीआई के वित्तीय मामलों में दखल देने से इनकार करते हुए बोब्डे ने नरसिम्हा से कहा कि सीओए फंड देने के मामले में उनकी सलाह ले सकता है। नरसिम्हा हाल ही में एमिकस क्यूरे नियुक्त किए गए हैं।
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