आर्थिक राजधानी मुंबई में सबसे अधिक होता है आर्थिक अपराध

रिपोर्ट के अनुसार हत्या के मामलों में मध्य प्रदेश 5450 केस के साथ पहले स्थान पर, राजस्थान 4337 केस के साथ दूसरे स्थान पर राजस्थान और 4322 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है।

आर्थिक राजधानी मुंबई में सबसे अधिक होता है आर्थिक अपराध
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राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) द्वारा बुधवार को 'क्राइम इन इंडिया-2018' की ताजा रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में देश की राजधानी दिल्ली अपराध की भी राजधानी भी बनी है। जबकि आर्थिक राजधानी मुंबई में आर्थिक अपराध सबसे अधिक होने की बात सामने आई है।रिपोर्ट के अनुसार साल 2018 में 237660 जमानती मामलों के साथ दिल्ली 18 मेट्रो शहरों में अपराध के मामले में सबसे ऊपर रही। इसमें दिल्ली हिस्सा 29.6 फीसदी तक है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और विशेष व स्थानीय कानून (एसएलएल) शामिल हैं।

अगर आंकड़ों में बात की जाए तो साल 2018 में हर दिन औसतन हत्या के 80 मामले, किडनैपिंग के 289, रेप के 91 मामले दर्ज हुए हैं। यही नहीं 2018 में कुल 50,74,634 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2017 में यह संख्या 50,07,044 थी। जबकि 2017 में हत्या के 28,653 मामले दर्ज किए गए थे।

रिपोर्ट के अनुसार हत्या के मामलों में मध्य प्रदेश 5450 केस के साथ पहले स्थान पर, राजस्थान 4337 केस के साथ दूसरे स्थान पर राजस्थान और 4322 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है। यूपी के बाद महाराष्ट्र का चौथा नंबर है। महाराष्ट्र में 2018 में 2,149 मामले दर्ज किए गए थे। 

रिपोर्ट आगे कहती है कि, चेन्नई 10.6 फीसदी  हिस्सेदारी के साथ सूची में दूसरे स्थान पर है। इस सूची में का सूरत का 7.5 फीसदी और मुंबई 7.1 फीसदी के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान रहा। रेप के मामले में कुल 319 केस मुंबई में दर्ज किए गए। ओवरऑल 60.9% के साथ महाराष्ट्र चौथे स्थान पर है।

किसान आत्महत्या की बात करें तो महाराष्ट्र सबसे आगे है। महाराष्ट्र में किसान आत्महत्या का आंकड़ा 17,972 है, दूसरे स्थान पर तमिलनाडु (13,896),, तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल (13,255) और  चौथे स्थान पर मध्य प्रदेश (11,775) रहा जबकि  और पांचवें स्थान कर्नाटक (11,561) है। उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या के केवल 3.6% मामले ही सामने आए।

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