घाटकोपर होर्डिंग मामला- आरोपी भावेश भिंडे की पुलिस हिरासत 29 मई तक बढ़ाई गई

दो सप्ताह पहले मुंबई के घाटकोपर में एक होर्डिंग गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई थी

घाटकोपर होर्डिंग मामला- आरोपी भावेश भिंडे की पुलिस हिरासत 29 मई तक बढ़ाई गई
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घाटकोपर होर्डिंग कांड के मुख्य आरोपी भावेश भिंडे को कोर्ट ने कोई राहत नहीं दी है। कोर्ट ने भावेश भिंडे की हिरासत 29 मई तक बढ़ा दी है। दो हफ्ते पहले मुंबई के घाटकोपर में एक होर्डिंग गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद मुंबई पुलिस ने उसे राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया था। जो होर्डिंग गिरी थी, उसका संचालन भावेश भिंडे की विज्ञापन कंपनी कर रही थी। होर्डिंग की घटना के बाद भिंडे फरार हो गया था। लेकिन पुलिस ने उसे उदयपुर से ढूंढ निकाला और आज (26 मई) कोर्ट में पेश किया। (Ghatkopar Hoarding Case accused Bhavesh Bhinde's Police Custody Extended Till May 29

13 मई को घाटकोपर में ईस्टर्न एक्सप्रेसवे पर तेज हवाओं के कारण एक होर्डिंग गिरा

मुंबई में 13 मई को घाटकोपर में ईस्टर्न एक्सप्रेसवे पर तेज हवाओं के कारण एक होर्डिंग गिर गई थी। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई थी। यह होर्डिंग ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लगाई थी। चूंकि भावेश भिंडे उस कंपनी के डायरेक्टर थे, इसलिए उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया था। इस हादसे के बाद पुलिस भावेश भिंडे की तलाश कर रही थी। पुलिस मुलुंड में उसके घर गई और उसे पकड़ने की कोशिश की।

हालांकि, पुलिस की छापेमारी से पहले ही वह भाग निकला। जब पुलिस ने उसकी आखिरी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश की, तो पता चला कि वह लोनावला में था। इसके अनुसार, पुलिस लोनावला गई। लेकिन वह वहां से भी फरार हो गया। इसके बाद, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे 16 मई को राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया और मुंबई ले आई।

23 आपराधिक मामले 

भावेश भिंडे के खिलाफ अब तक 23 आपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा, उसके खिलाफ बलात्कार का मामला भी दर्ज किया गया है। इस साल 24 जनवरी को भावेश के खिलाफ मुलुंड थाने में बलात्कार और छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसे अंतरिम जमानत दे दी थी।

भिंडे 1998 से विज्ञापन व्यवसाय में हैं और उन पर नगर निगम द्वारा 100 से अधिक बार जुर्माना लगाया जा चुका है। विज्ञापन बोर्ड लगाने के मामले में ये दंडात्मक कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही उसके खिलाफ बलात्कार के एक मामले समेत कुल 6 अन्य मामले दर्ज हैं, जिनमें से मुलुंड में चार और सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज हैं। भावेश भिंडे के एगो मीडिया का डायरेक्टर बनने से पहले ही कंपनी ने घाटकोपर में विज्ञापन बोर्ड की अनुमति ले ली थी।

उससे पहले भी क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली है कि भिंडे का इस कंपनी के साथ लेन-देन था। पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है। भिंडे के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई के कारण उसे किसी तरह ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया। इसलिए संदेह है कि उसने किसी अन्य सहयोगी के नाम पर कंपनी बनाकर यह लेन-देन किया है और पुलिस इसकी जांच कर रही है।

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