मनसुख हिरेन हत्याकांड (mansukh hiren murder case) के आरोपी और लखन भैया फर्जी मुठभेड़ मामले में सजा काट रहे पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे को भी मुंबई पुलिस बल से बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले मनसुख हिरेन मर्डर और एंटीलिया मामले में पुलिस अधिकारी सचिन वझे और उसके सहयोगी रियाज काजी को बर्खास्त किया जा चुका है।
मनसुख हिरेन मौत मामले में महाराष्ट्र एटीएस (ats) ने विनायक शिंदे और सट्टेबाज नरेश धरे को गिरफ्तार किया था। विनायक शिंदे, सचिन वझे के साथ काम कर चुका है। इसलिए एटीएस को उस पर शुरू से शक था। प्रदीप सूर्यवंशी और विनायक शिंदे को भी नवंबर 2006 में लखन भैया फर्जी मुठभेड़ मामले में दोषी पाया गया था। इसके बाद विनायक शिंदे को सेवा से निलंबित कर दिया गया था। विनायक शिंदे मई 2020 से पैरोल पर हैै। विनायक शिंदे उद्योगपति मुकेश अंबानी (mukesh ambani) के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी कार लगाने की साजिश में भी शामिल था, हालांकि इस मामले की जांच जारी है।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया आवास के बाहर हुए बम धमाकों और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को अभी हाल ही में बर्खास्त किया गया है। वझे के सहायक सीआईयू सहायक पुलिस निरीक्षक रियाज़ुद्दीन काज़ी, जिन्हें बाद में एनआई ने गिरफ्तार कर लिया था, उसको भी पुलिस बल से हटा दिया गया है।