राज्य सरकार ने छात्र संघ का चुनाव टालने का निर्णय लेकर एक बार फिर से छात्रों को झटका दिया है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं किया गया है कि सरकार यह चुनाव कब तक करा सकेगी। यूनिवर्सिटी की तरफ से चुनाव कराने के लिए जो टाइम टेबल जारी किये गये थे उसे लेकर प्रशासन ने आपत्ति दर्ज की है।जिसके बाद छात्रस संघ के चुनाव को हाल फ़िलहाल के लिए टाल दिया गया है।
क्या था मामला?
आपको बता दें कि राज्य में दो महीने बाद विधानसभा का चुनाव है। इस चुनाव के कारण राज्य भर में आचार संहिता लागू होगी। और छात्र संघ के चुनाव की जो समय सारिणी जारी की गयी थी वह भी उसी चुनाव के करीब ही पड़ रही थी, जिसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने छात्र संघ के चुनाव के समय पर सवाल उठाए। इसके बाद छात्रसंघ के चुनाव को टाल दिया गया है, हालांकि इसे अब आगे कण शुरू किये जाएगा इसकी तारीख अभी तक नहीं तय की गयी है।
इस तरह थी छात्र संघ चुनाव की समय सारिणी
छात्र यूनियन नाराज
पिछले 20 दिनों से कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ के चुनाव में देरी को लेकर छात्र संघ अब नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। छात्र संघ युनियन का कहना कि नवंबर के बाद चुनाव होने पर चुने गए छात्र प्रतिनिधियों को काम करने में समय ही नहीं मिलेगा। अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए वे कहते हैं कि, 'सरकार द्वारा केवल चुनाव कराने का केवल नाटक किया जा रहा है। '
गौरतलब है कि राज्य में करीब 25 साल बाद छात्र संघ का चुनाव कराने की घोषणा सरकार द्वारा की गयी थी।