केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (Central Zoo Authority) की एक रिपोर्ट के अनुसार भायखला स्थित वीर माता जीजाबाई भोसले उद्यान और चिड़ियाघर (रानी बाग) में साल 2017-18 में कार्डियक अरेस्ट और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण 59 जानवरों की मौत हो चुकी है, जिसमें विभिन्न प्रजाति के पंक्षियां भी शामिल हैं।
भायखला के चिड़ियाघर में अनुसूची-I, II और IV प्रजातियों के सैकड़ों संख्या में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित हैं। इसमें कई प्रजातियां तो विदेशी हैं।
प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत इस रिपोर्ट में चिड़ियाघर में कर्मचारियों की कमी का भी उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 के बाद से चिड़ियाघर में 98 कर्मचारी काम कर रहे हैं जबकि यहां 214 कर्मचारियों की आवश्यकता है।
जानवरों की असमय होने वाली मौत की जांच अब प्राधिकरण कर सकता है। इस बात प्राधिकरण ने रानीबाग चिड़ियाघर से जानवरों और पक्षियों को दिए जाने वाले भोजन और उनके स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट का डिटेल्स माँगा है।
बायकुला चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने कहा कि, तुलनात्मक रूप से जानवरों की मौतें कम हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अभी चिड़िया घर के मरम्मत और नवीनीकरण का काम चल रहा है, जिसके कारण यहां आने वाले दर्शकों के सामने जानवरों को नहीं निकाला जा रहा है। यह काम 2 साल में पूरा हो सकता है। इसके बाद यहाँ नए 17 विदेशी प्रजातियों के साथ तेंदुए, शेर, जिराफ जैसे नए जानवरों को मंगाया जा सकता है. इसके बाद कर्मचारियों में भी उत्साह पैदा होगा।