खारघर, पनवेल और तलोजा में वायु प्रदूषण तीन गुना हो गया है। अत्यधिक वायु प्रदूषण (air pollution) का स्तर नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित करने की संभावना है। यह पर्यावरण फाउंडेशन द्वारा पिछले महीने किए गए सर्वेक्षण के अनुसार है।
13 नवंबर से 13 दिसंबर तक पर्यावरण संस्थान ने खारघर, पनवेल और तलोजा क्षेत्रों में पांच स्थानों पर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली का संचालन किया। रिकॉर्ड के अनुसार, वायु प्रदूषण का स्तर 60 पीएम से बढ़कर 200 पीएम हो गया है। इससे पता चलता है कि वायु प्रदूषण तीन गुना हो गया है।
तलोजा एमआईडीसी में प्रदूषण का स्तर कंपनियों द्वारा हवा में जहरीली गैसों को छोड़ने, नए निर्माण, चल रहे वाहनों और राजमार्ग से गुजरने वाले वाहनों के धुएं के कारण बढ़ गया है। वायुमंडल फाउंडेशन ने एक महीने के लिए हवा की गुणवत्ता की जांच करने के लिए वायु गुणवत्ता मॉनिटर मशीनों को स्थापित किया था। वायु गुणवत्ता की जांच 13 नवंबर से 13 दिसंबर तक की गई थी।
पनवेल, तलोजा एमआईडीसी, नवाडे, खारघर सेक्टर 36, खरगोन सेक्टर 7 में पांच मशीनों में प्रतिदिन हवा की गुणवत्ता की जाँच की गई। लगातार महीनों तक जांच की गई वायु की गुणवत्ता में 200 पीएम तक का प्रदूषण स्तर दर्ज किया गया है। यदि वायु प्रदूषण का स्तर 60 पीएम से नीचे है, तो यह मानव शरीर को प्रभावित नहीं करता है।