
भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने सोमवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम अरब सागर (arebain sea) पर चक्रवाती परिसंचरण (cyclone circular) से मुंबई प्रभावित होने की संभावना नहीं है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में चक्रवाती तूफान 'अम्फान' (amaan) की वजह से 85 लोगों की मौत हो गई थी, इस तूफान की वजह से करोड़ों अरबो की संपत्ति का नुकसान भी हुआ था। इसके बाद देश के तटीय राज्यों को भी यह डर सता रहा था कि यह तूफान उनके भी राज्य में दस्तक दे सकता है।
बुधवार को प्रकाशित आईएमडी की रिपोर्ट में लिखा गया है, "दक्षिण-पश्चिम अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण अब पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम से सटे अरब-सागर पर स्थित है, जो मध्य-क्षोभ-मंडल के स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से निम्न-दबाव क्षेत्र बहुत कम है। यानी अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम वेस्ट सेंट्रल और साउथ वेस्ट पर बन रहा है जो कि 29 मई को सिस्टम से लो प्रेशर पैदा होगा और इसके 48 घंटे बाद डिप्रेशन में बदल सकता है और चक्रवात का रूप धारण कर सकता है और अगर ऐसा हुआ तो सौराष्ट्र और साउथ गुजरात में भारी बारिश की आशंका है।
चक्रवात के मद्देनजर मौसम विभाग की ओर से 5 दिनों की एडवाइजरी जारी की गई है और कहा है कि दक्षिण गुजरात, मध्य गुजरात और सौराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है इसलिए लोगों को अलर्ट किया गया है, आईएमडी ने आज से लेकर अगले पांच दिनों तक के लिए भारी बारिश की बात भी कही है।
इसके पहले 6 जून को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि यह तूफान गुजरात और महाराष्ट्र दोनों राज्यों को प्रभावित करेगा लेकिन ताजा अपडेट में कहा गया है कि ये तूफान मुंबई को प्रभावित नहीं करेगा लेकिन महाराष्ट्र राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने बताया कि तटीय कर्नाटक, महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में बारिश और हवाएँ बढ़ेंगी
यही नहीं मौसम विभाग ने 1 जून और 2 को पूरे राज्य में प्री-मॉनसून वर्षा होने का अनुमान लगाया था। उम्मीद जताई गई है कि राज्य में इस साल औसत से अधिक बारिश होगी। IMD के अनुसार, इस वर्ष, मानसून राज्य में 11 जून से शुरू होगा और वापसी की अवधि 8 अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीद है। इस बार मुंबई में मानसून की शुरुआत 11 जून को होने की उम्मीद है।
