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आरे में वन विभाग को मिला 812 एकड़ जमीन का कब्जा

आरे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की तरफ से मुख्य वन अधिकारी को मुंबई जैसे महानगर के बीच में विशाल जंगलों का कब्जा मिल जाने के बाद इसके विस्तार का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

आरे में वन विभाग को मिला 812 एकड़ जमीन का कब्जा
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) द्वारा संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (sanjay gandhi national park) के पास आरे (Aarey) की जगह वन भूमि के लिए आरक्षित कर वन संसाधनों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया था। जिसके बाद सोमवार को आरे डेयरी कॉलोनी (Aarey dairy colony) द्वारा 286.732 हेक्टेयर अधिसूचित भूमि का कब्जा वन विभाग को सौंप दिया गया है।

आरे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की तरफ से मुख्य वन अधिकारी को मुंबई जैसे महानगर के बीच में विशाल जंगलों का कब्जा मिल जाने के बाद इसके विस्तार का मार्ग प्रशस्त हो गया है। बोरीवली (Boriwali) तहसीलदार और मालाड (malad) के नगर सर्वेक्षण अधिकारी की उपस्थिति में यह कब्जा दिया गया।

यह फैसला पिछले साल सितंबर महीने में डेयरी विकास मंत्री सुनील केदार (sunil kedar) और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya thackeray) की मौजूदगी में हुई बैठक में लिया गया था।

बोरीवली, आरे, गोरेगांव सहित मरोल मरोशी के इलाकों पर कब्जा दिया गया है। आरे में 125.422 हेक्टेयर, गोरेगांव में 71.631 हेक्टेयर और मरोल मरोशी में 89.679 हेक्टेयर जमीन वन विभाग को दिए गए हैं। इसके अलावा, मरोल मरोशी गांव में 40.469 हेक्टेयर भूमि पहले ही संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान को सौंपी जा चुकी है। इस तरह अब वन विभाग 812 एकड़ भूमि पर फल-फूल सकता है।

इस संबंध में आरक्षित वन क्षेत्र के संबंध में धारा 4 के तहत नागरिकों से सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी और सुनवाई के बाद अंतिम अधिसूचना जारी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि, आरक्षित वन क्षेत्र का निर्णय करते समय आदिवासी समुदाय के साथ-साथ अन्य संबंधितों के अधिकारों को बरकरार रखा जाए।

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