बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद जिले के प्रमुख शहरों में आधी रात के समय देर रात तक चल रही आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने की बात सामने आई है। सोमवार और मंगलवार दोनों दिन उल्हासनगर और बदलापुर की हवा तुलनात्मक रूप से सबसे अधिक प्रदूषित थी। उल्हासनगर और बदलापुर शहर में एयर इंडेक्स खराब स्तर पर रहा। साथ ही सभी शहरों में पीएम 2.5 की मात्रा खतरनाक और बेहद खतरनाक स्तर पर चली गई थी। (Thane air quality drastically dropped during Diwali)
मुंबई महानगर में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण दिवाली के दौरान रात 8 बजे से 10 बजे तक पटाखे चलाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, ठाणे जिले के ठाणे, कल्याण, उल्हानगर, बदलापुर और भिवंडी शहरों में देर रात तक पटाखे फोड़े गए। सोमवार से मंगलवार की रात के बीच वायु प्रदूषण में बड़ा इजाफा हुआ। सोमवार को उल्हासनगर शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 322 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब स्तर है। बदलापुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब स्तर 231 दर्ज किया गया है।
ठाणे, कल्याण और भिवंडी के बाकी शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम दर्ज किया गया। ठाणे शहर के उपवन स्थित वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्र में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 264 के खराब स्तर पर दर्ज किया गया। उल्हासनगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 220 और बदलापुर शहर में 206 के खराब स्तर पर दर्ज किया गया। भिवंडी में 195 और कल्याण में 181 मध्यम वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया है।
आधी रात को वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक प्रदूषित होता है। आधी रात को पीएम 2.5 घटक खतरनाक और अति-खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है। सभी शहरों में आधी रात को पीएम 2.5 की सांद्रता 300 से 500 के बीच रही।
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