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बर्फ आपको कर सकती बीमार

बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से उसे पचाने में ज्यादा समय लगता है। इससे शरीर को पोषण मिलने में काफी समय लगता है। बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से रोग प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी बुरा असर पड़ता है।

बर्फ आपको कर सकती बीमार
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आप ने हमेशा लोगों के मुंह से यह कहते हुए सुना होगा कि गर्मी में सड़क किनारे मिलने वाले गोले या बर्फ वाले जूस न पिएं, पर ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज करते हैं। गर्मी का मौसम शुरु हो गया है, मुंबई की सड़को पर बर्फ के गोले बर्फ डाले गए तमाम तरह के जूस और मिल्क शेक मिलने लगे हैं। पर ये कई बार आपको बहुत बीमार कर सकते हैं। 

बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से उसे पचाने में ज्यादा समय लगता है। इससे शरीर को पोषण मिलने में काफी समय लगता है। बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से रोग प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी बुरा असर पड़ता है। जिसकी वजह से ऐसा पानी पीने वालों को हमेशा ही सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं बनी रहती हैं। खासकर अभी कोरोना का दौर शुरु है, ऐसे मौके पर जब आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आवश्यक्ता है यह बर्फ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी कम कर देती है।  

खाने को खराब होने से बचाने वाली ये बर्फ दरअसल खाने को खराब कर सकती है। फूड रेगुलेटर भी इस बर्फ को लेकर चिंता जता चुका है।

गर्मी में दूध हो या फल, सब्जियां हर चीज सुरक्षित रखने के लिए बर्फ जरूरी है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये बर्फ आती कहां से और यह किस पानी से बनी है। जिस बर्फ का इस्तेमाल मछलियों को खराब होने से बचाने के लिए किया जा रहा है, क्या वो ही इन्हें खराब कर रही है। फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई ने खाने-पीने के सामान को ठंडा रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली बर्फ की क्वालिटी पर गंभीर चिंता जताई है।

देश में इंडस्ट्रियल बर्फ के लिए ना तो कोई मानक है और ना ही इसकी निगरानी का कोई तरीका इसीलिए बर्फ की क्वालिटी की कोई गारंटी नहीं। एफएसएसएआई ने राज्यों को पत्र लिखा है कि वह ये सुनिश्चित करें कि फूड आइटम को ताजा रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली बर्फ की क्वालिटी भी खाने के बर्फ जैसी ही हो। साथ ही राज्यों से खराब पानी से बर्फ बनाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करने को कहा गया है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार ई-कोलाई नाम का बैक्टीरिया खराब पानी से बनी बर्फ में पाए जाते हैं। कई बार यह बैक्टेरिया खाने-पीने की चीजों को भी संक्रमित कर देता है।

तो हो जाइए सावधान गर्मी में प्यास बुझाने के लिए सड़क किनारे बर्फ के गोले खाने से परहेज करें। जूस लेते समय ये भी देखें कहीं उसे ठंडा करने के लिए ऊपर से बर्फ तो नहीं डाली गई? मुंबई सड़क किनारे बिकने वाले गोलों, जूस और नींबू पानी पर एक सरकारी सर्वे हुआ। 70 फीसदी में ई-कोलाई बैक्टीरिया पाया गया।

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