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3 दिनों में 400 लोगों ने भरे अंगदान के फॉर्म , आप कब करेंगे ये काम?


3 दिनों में 400 लोगों ने भरे अंगदान के फॉर्म , आप कब करेंगे ये काम?
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29 अगस्त को राज्य में अंगदान दिवस मनाया गया। 29 अगस्त से लेकर अभी तक मंत्रालय में 400 लोगों ने अंगदान का फॉर्म भरा है। राज्य के मेडिकल शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में राज्यभर में पिछलें तीन दिनों से अंगदान के लिए शिबीर लगाए गए, जिसमें 400 लोगों ने अंगदान की इच्छा जताते हुए आवेदन भरे।

राज्य सरकार अंगदान को बढ़ावा देने के लिए चलाएगी विशेष मुहिम

जे जे अस्पताल , ग्रांट अस्पताल , प्राईवेट अस्पताल और आईएमए के सहयोग से अंगदान को बढ़ावा देने के लिए मानव श्रृंखला भी बनाई गई थी। इस श्रृंखला में शामिल सभी लोगों ने अंगदान की इच्छा जताई। अंगदान के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए मंत्रालय की ओर से पोस्टर प्रदर्शन का भी आयोजन किया गया था। साथ ही अंगदान करनेवालो के रजिस्ट्रेशन के लिए एक केंद्र भी खोला गया था। जिसका व्यवस्थापन जीवन विद्या मिशन ने जोनल ट्रान्सप्लैंट को ऑर्डिनेशन सेंटर द्वारा किया गया। जिन लोगों ने इस अभियान के दौरान अंगदान का फॉर्म भरा उनमे से 65 फिसदी लोग 45 साल के नीचे है।


खास बात ये रही की इस अभियान में आम आदमी के साथ साथ पुलिस उपायुक्त से लेकर पुलिस कॉस्टेबल तक भी शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारी से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने भी इस अंगदान अभियान में हिस्सा लेकर अंगदान के फॉर्म भरे।

मेडिकल शिक्षा मंत्री गिरिस महाजन ने अंगदान करनेवाले लोगों से अपील करते हुए कहा की फॉर्म भरने के बाद अपने पास के रिश्तेदार की साईन भी इसमें ले , और जो डोनरकार्ड आपको मिलेगा उसे अपने पास रखे और अपने रिश्तेदारो को भी इस बारे में बताए।

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शहर से ज्यादा गांव के लोग करते है अंगदान
हम भले ही शहर में रहनेवालों को ज्यादा शिक्षित और समझदार मानते है लेकिन सच्चाई ये है की शहर में ज्यादा गांव में रहनेवाले लोग अंगदान जल्दी करते है। एक सर्व के मुताबिक अब तक जितने भी अंगदान हुए हैं, उनमें 60 प्रतिशत लोग गाँव से हैं। शहर में ज्यादातर लोगों को इस बारे में पहले तो समझाना पड़ता है और फिर उनकी काउंसलिंग करनी पड़ती है , जिसके बाद भी यह पक्का नहीं होता की क्या वो अंगदान के लिए राजी होंगे। तो वहीं दूसरी ओर गांव में रहनेवालोको अगर उनकी बीमारी की सही और पूरी जानकारी दी जाए तो ज्यादातार लोग अंगदान को तैयार हो जाते है।

अंगदान के मामले में भारत कई और देशों से पीछें
अंगदान के मामले में भारत अभी भी कई देशों से पीछें है। भारत में प्रति 10 लाख लोगों में अंगदान करने वालों की संख्या एक से भी कम (.34) है।

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भारत में अंगदान में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर
अंगदान के मामले में महाराष्ट्र दूसरे नंबर है। महाराष्ट्र में कुल 141 अंगदान किये गए। तो वही तामिलनाडू इस लिस्ट में पहले नंबर पर है।महाराष्ट्र में अभी भी हजारो लोगों को अंगदान की जरुरत है। 12 हजारा से भी ज्यादा लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट की जरुरत है तो वही 3600 लोगों को यकृत की जरुरत है। अगर एक ब्रेन डेड व्यक्ति अंगदान करता है तो उससे 8 लोगों की जान बचाई जा सकती है।

ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही भराए जाएंगे अंदगान के फॉर्म
महाराष्ट्र सरकार इस बात पर विचार कर रही है की अंगदान की संख्या को बढ़ाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस फॉर्म के साथ ही अंगदान का फॉर्म भी भरा लिया जाए। फिलहाल अभी यह विचार के अधीन है।


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