Corona has community transmission in India- Expert
अगर विशेषज्ञों की मानें तो भारत मे कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है, जो कि बेहद ही चिंताजनक बात है। हालांकि सरकार की तरफ़ से इसका खंडन किया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि देश की घनी और मध्यम जनसंख्या वाले इलाकों में कोरोना का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है। यह दावा किया है एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों और आईसीएमआर (ICMR) रिसर्च ग्रुप के दो सदस्यों समेत स्वास्थ्य विशेषज्ञों के एक समूह ने।अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो सोमवार तक देश में कोरोना के मामले बढ़कर 1,90,535 हो गए हैं जबकि 5,394 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। आंकड़ें जिस तरह से बढ़ रहे हैं उसे देखकर विशेषज्ञों के दावों को इनकार नहीं किया जा सकता।
समाचार रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय लोक स्वास्थ्य संघ (Indian Public Health Association, IPHA), इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (Indian Association of Preventive and Social Medicine, IAPSM) और भारतीय महामारीविद संघ (Indian Public Health Association, IPHA) के विशेषज्ञों की एक रिपोर्ट कहती है कि देश की घनी और मध्यम आबादी के इलाकों में कोरोना संक्रमण के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की पुष्टि हो चुकी है। यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सौंपी गई है।
रिपोर्ट में लॉकडाउन में मिली छूट को कम्युनिटी ट्रांसमिशन का जिम्मेदार बताया गया है। रिपोर्ट में मुताबिक कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया। इसमें सफलता भी मिली, लेकिन लोगों द्वारा किए गए नियमों का उल्लंघन और गिरती हुई अर्थव्यवस्था को देखते हुए लॉकडाउन के चौथे चरण में दी गई छूट के कारण इस महामारी का प्रसार बढ़ा।
यही नहीं विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस वायरस को रोकने के लिए सरकार ने डॉक्टरों के बजाय सामान्य प्रशासनिक नौकरशाहों पर भरोसा किया।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर महामारीविदों (एपिडेमियोलॉजिस्ट) से सलाह नहीं ली गई होती तो स्थिति इतनी खराब नहीं होती, क्योंकि महामारीविदों को अन्य की तुलना में बेहतर समझ होती है।