एक तो कोढ़ ऊपर से खाज, पहले से ही कोरोना से जूझ रही मुंबई में अब मलेरिया (malaria in mumbai) का भी प्रकोप फैल रहा है। मलेरिया के बढ़ते मामले ने BMC स्वास्थ्य विभाग (health department) की चिंता बढ़ा दी है।
बताया जा रहा है कि, अगस्त महीने में अब तक मलेरिया (malaria) के लगभग 600 केस सामने आ चुके हैं। जबकि मलेरिया के कारण 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
यही नहीं पिछले वर्ष पूरे अगस्त में मलेरिया के कुल मिलाकर 824 मामले सामने आए थे। और किसी मरीज की मौत भी नहीं हुई थी।
एनबीटी ऑनलाइन में छपी खबर के मुताबिक, मलेरिया से मरने वाले दो मरीजों में से एक में कोरोना के लक्षण थे, जबकि दूसरा मरीज मलेरिया के साथ कोरोना (Coronavirus) संक्रमित भी था।
इन दोनों मरीजों को बुखार, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ, खासी, सीने में दर्द और बुखार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान मरीजों की मौत हो गई।
बीएमसी (BMC) ने लोगों से अपील की है कि घर और आस-पास पानी को जमा न होने दें, साथ ही आसपास साफ सफाई भी रखे।
हालांकि बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि, पिछले साल की तुलना में इस वर्ष अन्य मौसमी बीमारियों (viral fever) के नियंत्रित किया गया है।
एनबीटी में छपी खबर के मुताबिक, BMC के आंकड़ों के अनुसार, लेप्टो (letpo) से अगस्त महीने में अभी तक केवल 16 केस दर्ज हुए हैं। जबकि पिछले साल अगस्त 2019 में लेप्टो के 49 मामले के साथ 2 लोगों की मौत के मामले दर्ज हुए थे। H1N1 का अब तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। जबकि पिछले वर्ष अगस्त में 36 मामले सामने आए थे।
तो वहीं गैस्ट्रो से 1 से 16 अगस्त के बीच 23 लोग ही ग्रसित मिले हैं, जबकि पिछले साल 623 लोगों गैस्ट्रो पीड़ित हुए थे। तो वहीं, बीते 16 दिन में हेपेटाइटिस के 5 केस, डेंगी के 6 केस सामने आए हैं। पिछले साल इनकी संख्या क्रमशः 147 और 34 थी।
बीएमसी की एग्जिक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ. मंगला गुमारे ने इस बाबत सावधानी बरतने और सभी आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी।
गुमारे के कहा, परिसर में अधिक चूहे होने पर तत्काल वॉर्ड ऑफिसर से मिलेंं, साथ ही पूरे परिसर की सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है।