नकली वैक्सीन को लेकर भारत सरकार गंभीर हो गयी है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि सरकार ने भारत में कोविशील्ड वैक्सीन (covishield vaccine) की नकली शीशियों का पता लगाने के संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हाल ही में उठाए गए अलर्ट की जांच शुरू की है।
रिपोर्टों के अनुसार, 16 अगस्त को एक बयान में, डब्ल्यूएचओ ने सूचित किया था कि उसकी सर्विलांस और निगरानी सिस्टम ने भारत (india) और अफ्रीकी देश युगांडा (yuganda) में मरीज स्तर पर दी जाने वाली नकली कोविशील्ड शीशियों की पहचान की थी। इसके अलावा, नकली उत्पादों की सूचना जुलाई और अगस्त में दी गई थी।
दूसरी ओर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में कोरोना वायरस (COVID-19) वैक्सीन की बूस्टर खुराक की आवश्यकता नहीं है।
विशेषज्ञों ने कहा है कि हमारी पहली जिम्मेदारी दुनिया भर में कमजोर देशों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना है, और यह पूरा होने के बाद ही बूस्टर खुराक को पूरा किया जाना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने अधिक जानकारी साझा करते हुए कहा कि, नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान में बूस्टर खुराक की कोई आवश्यकता नहीं है और इसके लिए और शोध की आवश्यकता है। इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका ने देश के सभी नागरिकों के लिए वैक्सीन की बूस्टर खुराक की घोषणा की है, जिसके 20 सितंबर, 2021 से शुरू होने की उम्मीद है।