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मुंबई - मानसून के दौरान मुंबई के पूर्वी उपनगरों में झुग्गी निवासियों को होती है काफी दिक्कतें

बीएमसी ने पहाड़ियों पर अतिक्रमण के कारण भूस्खलन के जोखिम के कारण मुंबई के पूर्वी उपनगरों में झुग्गी निवासियों से मानसून से पहले स्थानांतरित करने का आग्रह किया है।

मुंबई -    मानसून के दौरान मुंबई के पूर्वी उपनगरों में झुग्गी निवासियों को होती है काफी दिक्कतें
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मुंबई के पूर्वी उपनगरों में झुग्गियों और झुग्गियों के निवासियों को मानसून का मौसम नजदीक आते ही एक गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है बीएमसr का एस वार्ड, जिसमें विक्रोली और भांडुप शामिल हैं भूस्खलन की समस्याओं से परेशान है।  मलाड पूर्व में भारत नगर, गोवंडी, मानखुर्द, चिता कैंप, सहयाद्रि नगर और अशोक नगर में भी इसी तरह की समस्याओं का सामना लोगो को करना पड़ता है। (Slum Residents in Mumbai's Eastern Suburbs at Risk During Monsoon)

पहाड़ियों और ऊंची जमीनों पर अतिक्रमण ने जोखिम को और भी बढ़ा दिया है। अगस्त 2021 मे माहुल और विक्रोली में हुए भूस्खलन में 29 लोगों की जान चली गई थी जो एस और एम/ई वार्ड सीमा के भीतर हैं।

इसके आलोक में, नागरिक निकाय ने उन निवासियों को चेतावनी जारी की है जो स्थानांतरित करने से इनकार  कर दिया है।  बीएमसी इस बात पर जोर देती है कि जो लोग रहना पसंद करेंगे वे अपनी सुरक्षा के लिए खुद जिम्मेदार होंगे।

झुग्गी निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, स्थानीय वार्ड अधिकारी झुग्गियों का दौरा कर रहे हैं और निवासियों को जल्द से जल्द अपने वर्तमान आवासों को छोड़ने की तत्काल आवश्यकता के बारे में सूचित कर रहे हैं।

अधिकारी स्थिति की गंभीरता पर जोर दे रहे हैं और परिणामों से बचने के लिए त्वरित कार्रवाई का आग्रह कर रहे हैं।

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