भारत में चाय के बारें में किसी को कुछ भी बताने की जरुरत नहीं होती। चाय भारत का एक ऐसा पेय है जो आप को किसी गली , नुक्कड़ में मिल जाएगा। ताज महल होटल से लेकर टपरी( चाय की दूकान) तक आपको चाय बड़ी आसानी से मिल जाएगा। बदलते समय के साथ साथ चाय ने भी अपना रुप और रंग बदला है। कभी एक या दो रुप की आनेवाली चाय आज सैकड़ो रुपये की आने लगी है। आज यानी 15 दिसंबर को पूरे विश्व में ‘इंटरनेशनल टी डे’ मनाया जाता है।
कैसे हुई चाय की खोज
माना जाता है की आज से 2737 वर्ष ईसा पूर्व में चीन के राजा शेन निंग के लिए पानी उबाला जा रहा था। तभी चाय की एक पत्ती उड़कर उसमें आ गिरी। इस पानी को पीकर राजा को अद्भुत आनंद आया। बस, तब से चाय की शुरुआत हो गई।चीन के बाद चाय की सबसे ज्यादा खेती भारत में होती है।
चाय का सबसे अच्छा दोस्त बिस्कुट
हम लोगों ने एक ना एक बार चाय के साथ बिल्कुट जरुर खाई है। क्या आपको पता है चाय के साथ बिस्कुट खाने का क्या फायदा है? चाय के साथ बिस्कुट या अन्य चीज़ें खाने से पेट दृारा चाय अच्छी तरह से पचा ली जाती है। दूसरी ओर चाय के साथ नमकीन या मीठा खाने से शरीर को सोडियम की प्राप्ती होती है, जिससे अल्सर नहीं होता।
चाय कभी ब्लैक तो कभी ग्रीन
समय बदलने के साथ साथ चाय ने भी अपने रंग और रुप बदले है। चाय के शऔकिन तो वैसे बहुंत से लोग है लेकिन कुछ चाय से होनेवाले नुकसान को देखते हुए ब्लैक टी या फीर ग्रीन टी भी पीते है जो पाचन के लिए अच्छा होता है। आजकल दुनिया में स्वस्थ रहने के लिए ग्रीन टी का चलन खूब बढ़ रहा है।
क्या है चाय के नुकसान
चाय के फायदे