बुधवार को मुंबई दौरे पर आए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक बार फिर से राज्य में बीजेपी और शिवसेना के एक साथ आने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होने कहा की उनकी पार्टी मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार की समीक्षा करेंगे। अमित शाह का कहना है की इन हार के कारण 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
मुंबई में एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा, "हम जनादेश स्वीकार करते हैं। हम इन राज्यों में क्यों हारे? इस पर विचार कर रहे हैं, इन परिणामों का असर आम चुनाव पर नहीं पड़ेगा। राज्यों और लोकसभा चुनाव को आपस में जोड़ना सही नहीं है। दोनों चुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़े जाते हैं।"
शिवसेना के साथ चुनाव लड़ने का जताया भरोसा
अमित शाह ने यह भी कहा की उन्हे पूरा विश्वास है की 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ मिलकर लड़ेगे। महागठबंधन के सवाल पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा की "देशभर में कहीं भी इसका अस्तित्व नहीं है। महागठबंधन एक प्रकार की भ्रांति है, क्योंकि इसमें सारे रीजनल लीडर हैं।"
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