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सीएम फडणवीस ने सेल्फी विवाद पर अपनी पत्नी का किया बचाव, कहा- 'सेल्फी लेने की यही उम्र है'


सीएम फडणवीस ने सेल्फी विवाद पर अपनी पत्नी का किया बचाव, कहा- 'सेल्फी लेने की यही उम्र है'
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पत्नी अमृता फडणवीस का सेल्फी विवाद पर बचाव किया। उन्होंने कहा कि यह उम्र ही सेल्फी लेने वाली है। महाराष्ट्र के लोगों ने आज तक इतने जवान सीएम की इतनी जवान पत्नी को नहीं देखा है। आपको बता दें कि मुंबई से गोवा चलने वाली क्रूज आंग्रिया का शनिवार को सीएम ने उद्घाटन किया। उसी दौरान अमृता फडणवीस क्रूज के एकदम अगले वाले हिस्से पर जाकर बैठ गयीं जहां से उन्हें खतरा भी हो सकता था. इस दौरान अमृता ने सेल्फी भी ली।


क्या कहा सीएम ने? 

देवेंद्र फडणवीस आज तक के कार्यक्रम मुंबई मंथन में उपस्थित थे, उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया। जब एंकर ने अमृता का सेल्फी विवाद प्रश्न दागा तो सीएम ने अपनी पत्नी का बचाव करते हुए कहा कि उनकी पत्नी मंजूरी लेकर ही वहां बैठीं थीं, उन्हें पता था कि उन्हें वहां कोई खतरा नहीं है। सीएम ने आगे कहा कि उनकी पत्नी उनसे से बंधी नहीं है। उनकी अपनी जिंदगी है अपना काम है, सेल्फी खिंचवाने का शौक किसे नहीं होता। महाराष्ट्र के लोगों ने आज तक इतने युवा सीएम की इतनी युवा पत्नी नहीं देखी है। आप जो 38-40 की उम्र में करोगे वह 56 साल की उम्र में तो नहीं करेंगे।

राम मंदिर मुद्दा 

राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए फडणवीस ने कहा कि राम मंदिर तो 6 दिसंबर 1992 की रात को ही बन गया था। अब केवल उसे भव्य निर्माण देने की जरूरत है। उद्धव के राम जन्मभूमि का दौरा करने वाले सवाल पर फडणवीस ने कहा कि अच्छा है पहले हम अकेले चल रहे थे अब दो लोग आ गए हैं संख्या बढ़ रही है। यही नहीं उन्होंने एक बार फिर से अगला चुनाव शिवसेना के साथ मिल कर लड़ने की बात कही।

मराठा आंदोलन 

मराठा आंदोलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मराठा आंदोलन उनके समय से नहीं बल्कि 20 सालों से चल रहा है। मराठा समाज जानता है कि इससे पहले की सरकारों ने उनका इस्तेमाल किया, जबकि हम उनके साथ हैं।

किसान आंदोलन 

कुछ समय पहले किसान आंदोलन को लेकर फडणवीस ने कहा कि वे किसान नहीं थे बल्कि भूमिहीन आदिवासी थे। उनकी मांग थी कि उन्हें जमीन का पट्टा दिया जाए ताकि वे किसानी कर चुके। उन्होंने आगे कहा कि हमनें उन्हें बातचीत के लिए बुलाया और कहा कि आपकी मांग सही है और आपको जमीन का मालिकाना हक मिलेगा। महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि अबतक लगभग 35 फीसदी आदिवासियों के दावे पर सरकार ने अपनी मुहर भी लगा दी है।

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