महाराष्ट्र (maharashtra) के गृह मंत्री अनिल देशमुख (home minister anil deshmukh) ने शुक्रवार को पूर्व फडणवीस (devendra fadnavis) सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (maharashtra assembly election) के दौरान विपक्षी नेताओं के फोन टैप किए गए थे। उन्होंने इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं।
देशमुख ने कहा कि 2019 के लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान विपक्षी नेताओं के फोन टैप किए गए थे। हालांकि, देशमुख ने उन नेताओं का नाम नहीं लिया जिनके फोन कथित रूप से टैप किए गए थे। देशमुख ने आगे कहा, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने सरकारी तंत्र के माध्यम से वरिष्ठ राकांपा (NC) और कांग्रेस (congress) नेताओं के फोन टैप किए थे। हमने इस मामले की जांच शुरू की है।
इससे पहले, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड (jitendra awhad) ने ट्वीट करते हुए बीजेपी की आलोचना की. उन्होंने कथित रूप से फोन टैपिंग को लेकर कहा कि, यह बीजेपी की बीमार मानसिकता को दर्शाती है. उन्होंने कहा, आप क्यों दूसरों के निजी जीवन में झांकते हो. आव्हाड ने इस मामले की पूरी जांच करने की भी मांग करते हुए कहा कि, महाराष्ट्र को पता होना चाहिए कि इसके पीछे कौन लोग हैं?'
शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, एक भाजपा नेता ने उन्हें पहले से ही सूचित किया था कि उनका फोन टैप किया जा रहा था। उन्होंने आगे लिखा, मैंने उनसे कहा था कि अगर कोई मेरी बातचीत सुनना चाहता है, तो उनका स्वागत है। मैं बालासाहेब ठाकरे का शिष्य हूं। मैं गुप्त रूप से कुछ भी नहीं करता.
आप भी देखिये उनका ट्वीट:
आपके फोन टैप हो रहे है..
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 24, 2020
ये जानकारी मुझे भाजपा एक वरिष्ठ मंत्रीने भी दे रखी थी. मैने कहां था..भाई साहेब..मेरी बात अगर कोई सुनना चाहता है. तो स्वागत है..मै बाळासाहेब ठाकरेजी का चेला हूं. कोई बात या काम छुप छुपकर नही करता..सुनो मेरी बात.. pic.twitter.com/zLrWajLC6d
हालांकि इन सभी आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने खंडन किया है. उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है और एमवीए (महाराष्ट्र विकास आघाड़ी) सरकार जांच कराने के लिए स्वतंत्र है।