
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा जारी डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची से एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। वर्ली में खुद पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर का नाम इस वार्ड में डुप्लीकेट के रूप में दिखाई देता है। पेडनेकर ने इस मामले को उजागर किया और चुनाव आयोग के तरीकों की आलोचना की।(Mumbai former Mayor Kishori Pednekar finds her own name in duplicate voter list)
11 लाख डुप्लीकेट नाम
20 नवंबर को घोषित बीएमसी चुनावों की मतदाता सूची में डुप्लीकेट और गायब दोनों नामों को चिह्नित किया गया था। सूची के अनुसार, 227 वार्डों में 11 लाख डुप्लीकेट नाम हैं, जिनमें कुछ नाम दो या तीन बार नहीं बल्कि सैकड़ों बार दोहराए गए हैं। लगभग 4 लाख नाम अलग-अलग वार्डों में कई बार दिखाई देते हैं। डुप्लीकेट प्रविष्टियों की सबसे अधिक संख्या वर्ली-प्रभादेवी क्षेत्र में पाई गई, जिसमें पेडनेकर के प्रतिनिधित्व वाले वार्ड क्रमांक 199 में 8,270 डुप्लीकेट नाम
कई वोटर्स को इसकी जानकारी भी नहीं
पेडनेकर ने इस प्रोसेस की आलोचना करते हुए कहा कि कई वोटर्स को ऐसी ज़रूरतों के बारे में पता नहीं है और सिर्फ़ फ़ॉर्म न भरने की वजह से किसी को वोट देने के अधिकार से मना करना गलत है। उन्होंने अधिकारियों को चुनौती दी कि वे दिखाएं कि उनका नाम दूसरी बार कहां आया है और पूछा कि अगर यह समस्या प्रिंटिंग की गलती की वजह से है तो इलेक्शन कमीशन को ज़िम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या गलती जानबूझकर की गई थी और वोटर्स को ऐसी गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए और दिन देने की मांग की।
