मुंबई विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणामों में देरी के कारण कई छात्रों के करियर के साथ खिलवाड़ करनेवाली कंपनी मेरिट ट्रेक और मुंबई विश्वविद्यालय पर तकनीक और शिक्षण राज्यमंत्री रवींद्र वायकर ने जानकारी देते हुए कहा है की विश्वविद्यालय ने करारनामा करने के पहले ही वर्क ऑर्डर दे दिया है। बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने विश्वविद्यालय के ऑनलाइन असेसमेंट से जुड़ा एक सवाल पूछा था। जिसके जवाब में रवींद्र वायकर ने ये जवाब दिया।
सूचना और प्रौद्योगिकी के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता वाली एक तीन सदस्यीय समिति इस मामले की जांच करेगी , ये समिति तीन महीनों के भीतर रिपोर्ट तैयार करेगी । समिति की रिपोर्ट के बाद ये तय होगा कि क्या कोई अपराधिक मामला दर्ज करे या नही। इस बीच, एनसीपी के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री अजित पवार ने इस मामले में कई आपत्तियों को उठाया।
शिक्षा मंत्री पर भी हो कार्रवाई
अजित पवार ने इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री के पद पर भी सवाल उठाते हुए कहा की इस मामले के लिए सिर्फ वायस चासंलर को ही क्यो दोषी माना जाए, इसके लिए शिक्षा मंत्री को भी क्यो ना जवाबदार माना जाए और उन्हे भी अपने पद से इस्तिफा दे देना चाहीए।