इसी साल फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होनेवाले है।भले ही दिल्ली में कांग्रेस ,बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच चुनावी जंग चल रही है लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच है। हालांकी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी अकाली दल ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है जिसके कारण विपक्षी पार्टियों को बैठे बिठाये एक मुद्दा मिल गया है। मुंबई स्थित राष्ट्र रक्षक जनमंच ने अकाली दल के नेताओं को पत्र लिखकर उनसे दिल्ली चुनावों में बीजेपी का साथ देने की अपील की है।
राष्ट्र रक्षक जनमंच के अध्यक्ष रमेश जोशी ने शिरोमणी अकाली दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी को पत्र लिखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने CAA और NPR को लागू करने का फैसला देशहित में लिया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने CAA जैसा एतिहासिक फैसला लिया है जिससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ न्याय होगा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समाजसेवक अन्ना हजारे के कंधे पर बंदुक रखकर दिल्ली की सत्ता तक पहुंचे है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ देकर 'आप' पार्टी को सबक सिखाना बेहद जरुरी है"
- रमेश जोशी,अध्यक्ष,राष्ट्र रक्षक जनमंच
आपको बता दे की पिछलें बीते 22 सालों से अकाली-बीजेपी साथ हैं। लेकिन इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने बीजेपी का साथ ना देने का एलान किया है। हालांकि, अकाली दल और पंजाब बीजेपी के नेताओं ने कहा कि दिल्ली में चुनाव न लड़ने का फैसला अकाली दल की दिल्ली यूनिट ने लिया है और इसका पंजाब में दोनों पार्टियों के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा