महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर चल रही सियासी खींचतान के बीच अब एक बार फिर से गेंद शिवसेना के पाले में आ गई है। बीजेपी के सरकार बनाने के मना करने के बाद राज्यपाल ने शिवसेना को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। कयास लगाए जा रहे है की शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस का समर्थन ले सकती है। एनसीपी जहां शिवसेना का समर्थन करेगी तो वही दूसरी ओर कांग्रेस शिवसेना को बाहर से समर्थन दे सकती है। हालांकी अभी तक कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन देने के लिए बैठको का दौर चल रहा है।
संजय राउत ने किया ट्वीट
संजय राउत ने सोमवार को ट्वीट किया कि रास्ते की परवाह करूंगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी। राउत के इस ट्वीट के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे है की शिवसेना अब कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन लेने के बारे के विचार से पिछे नहीं हटेगी।
रास्ते की परवाह करूँगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी………!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 11, 2019
केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री और शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने ट्वीट करके कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले दोनों में सीट शेयरिंग को लेकर एक फॉर्मुला तय हुआ था, दोनों की उस पर सहमति हुई थी। उस फॉर्मुले को नकार कर शिवसेना को झूठा ठहराकर महाराष्ट्र के स्वाभिमान पर कलंक लगाने की कोशिश की गई है।इस मुलाकात में शिवसेना सरकार गठन के लिए समर्थन मांग सकती है। वहीं, कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल सोमवार को विधायकों से मिलने के लिए जयपुर जा सकते हैं। हालांकि एनसीपी और कांग्रेस दोनों के नेताओं के रुख से साफ है कि शिवसेना को समर्थन पर फैसला दोनों दलों की सहमति के बाद ही होगा।