Advertisement

छात्रवृत्ति विवाद: श्रुति बडोले ने छात्रवृत्ति छोड़ने का लिया निर्णय


छात्रवृत्ति विवाद:  श्रुति बडोले ने छात्रवृत्ति छोड़ने का लिया निर्णय
SHARES

सरकारी छात्रवृत्ति के लाभ पर विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले की बेटी श्रुति बडोले ने विवाद के चलते अब सरकारी छात्रवृति छोड़ने का निर्णय लिया है। श्रुति ने एक पत्र लिख कर अपनी सफाई पेश की है। पत्र में उन्होंने कहा है कि उन्हें  अपनी 'योग्यता' के दम पर एडमिशन मिला है, और उनके पिता मंत्री हैं तो इसमें उनको कोई गलती नहीं है। गौरतलब है कि सरकारी छात्रवृत्ति लेकर विदेश में पढ़ाई करने वालों में न केवल सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बड़ोले की बेटी श्रुति बडोले का ही नाम सामने आया है बल्कि बडोले के विभाग के सचिव दिनेश वाघमारे के पुत्र अंतरिक्ष वाघमारे और उच्च व तकनीक शिक्षा विभाग के अधिकारी दयानंद मेश्राम के बेटे समीर मेश्राम का भी नाम शामिल है।

एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से सरकारी छूट त्यागने की गुहार लगा रहे हैं, तो वहीं फडणवीस सरकार के मंत्री राजकुमार बडोले और दो प्रशासनिक अधिकारी सरकारी लाभ का फायदा अपने ही बेटे और बेटियों को दिला रहे हैं। इस मामले में बडोले की बेटी श्रुति ने पत्र लिख कर सफाई पेश की है। श्रुति ने लिखा है कि मेरे पिता मंत्री हैं इसमें मेरा क्या दोष है? श्रुति ने दावा किया है कि उन्हें उनकी योग्यता से मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला है। यहां से उन्होंने एमएससी की डिग्री ली। उन्होंने आगे लिखा है कि यूनिवर्सिटी ने योग्यता के आधार पर उन्हें छात्रवृत्ति दिया था। उन्होंने यह भी लिखा है कि जब यह सब हुआ तो उनके पिता मंत्री नहीं थे। आखिर में उन्होंने छात्रवृत्ति छोड़ने की बात लिखी है।

आपको बता दें कि इस साल वजीफे के लिए अनुसूचित जाति के 35 छात्रों का चयन किया गया था। लाभान्वित छात्रों को विदेश में डिग्री हासिल करने के लिए वजीफे के तहत इकॉनमी श्रेणी से विमान का एक तरफ का किराया, शिक्षण शुल्क, भत्ते आदि प्रदान किए जाते हैं। यह लाभ अनुसूचित जाति के उसी परिवार के बच्चे को मिल सकता है, जिसके पिता की वार्षिक आय 6 लाख से कम होती है।


डाउनलोड करें Mumbai live APP और रहें हर छोटी बड़ी खबर से अपडेट।

मुंबई से जुड़ी हर खबर की ताज़ा अपडेट पाने के लिए Mumbai live के फ़ेसबुक पेज को लाइक करें।

(नीचे दिए गये कमेंट बॉक्स में जाकर स्टोरी पर अपनी प्रतिक्रिया दें) 

 








Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें