आर्थिक पाबंदियों की मार झेल रही YES बैंक ने बताया की 18 मार्च से बैंक की सारी सेवाएं और सुविधाएं शुरु होगी। 18 मार्च की शाम 6 बजे बैंक की हर सेवा शुरु हो जाएगी।19 मार्च की सुबह से बैंक रोजाना की तरह काम करना शुरु कर देगा। इसके साथ ही सभी डिजिटल सेवाओं और प्लेटफार्मों को भी लोगों के लिए शुरु कर दिया जाएगा। संकटग्रस्त यस बैंक ने दिसंबर, 2019 में समाप्त हुई तिमाही में उसे 18,564 करोड़ रुपये का घाटा होने की शनिवार को जानकारी दी।
SBI ने संकटग्रस्त यस बैंक में 6,050 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक, हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी एसबीआई के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम में शामिल होकर यस बैंक में निवेश किया है। एचडीएफसी 100 करोड़ शेयरों की खरीद के माध्यम से यस बैंक में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
संकट से जूझ रहे यस बैंक को बचाने के लिए एसबीआई के नेतृत्व में बनी रेस्क्यू स्कीम में शामिल होने वाली बैंकों में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक भी शामिल हो गया है। आईडीएफसी फर्स्ट ने यस बैंक में 250 करोड़ रुपए का निवेश किया है। गौरतलब है कि आरबीआई ने यस बैंक में वित्तीय और एनपीए गड़बड़ियों के कारण पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद खाताधारक एक माह तक 50 हजार से ज्यादा की यस बैंक से निकासी नहीं कर सकते थे, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले में ये पाबंधी हटाने का ऐलान किया गया था।