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ट्रेनों में होते हैं 11 प्रकार के हॉर्न, हर हॉर्न का मतलब जानें यहां

आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रेन के लोको पायलट 11 अलग-अलग तरह के हॉर्न बजाते हैं और सबके मतलब अलग-अलग होते हैं।

ट्रेनों में होते हैं 11 प्रकार के हॉर्न, हर हॉर्न का मतलब जानें यहां
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ट्रेनों की दुनिया बहुत ही रोचक है, जितनी रोचक ट्रेनों की दुनिया है उससे कम रोचक ट्रेनों के हॉर्न भी हैं. वैसे तो  ट्रेनों के हॉर्न आपने कई बार सुने होंगे, लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि ट्रेनों में कुल कितने तरह के हॉर्न बजते हैं और उनका मतलब क्या होता है? आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रेन के लोको पायलट 11 अलग-अलग तरह के हॉर्न बजाते हैं और सबके मतलब अलग-अलग होते हैं।

एक छोटा हॉर्न
अगर ट्रेन का ड्राइवर एक छोटा सा हॉर्न बजाता है तो इसका मतलब होता है कि ट्रेन यार्ड में आ गई है और उसकी साफ-सफाई का वक्त हो गया है।

दो छोटे हॉर्न 
अगर ट्रेन का ड्राइवर दो छोटे हॉर्न बजाता है तो इसका मतलब कि ट्रेन चलने के लिए तैयार है और ड्राइवर ट्रेन के गार्ड से सिग्नल के लिए पूछ रहा है।

तीन छोटे हॉर्न 
यह हॉर्न आपातकालीन स्थिति में बजाया जाता  है। इसका मतलब होता है कि लोकोपायलट का कंट्रोल ट्रेन के इंजन से छूट चुका है। ये हॉर्न ट्रेन के गार्ड के लिए एक संकेत होता है कि वो तत्काल वैक्यूम ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोके।

चार छोटे हॉर्न 
इसका मतलब होता है कि ट्रेन में खराबी आ गयी है और वो इससे आगे जाने की स्थिति में नहीं है।

एक लंबा और एक छोटा हॉर्न 
इस हॉर्न का मतलब होता है कि इंजन स्टार्ट (शुरू) करने से पहले ट्रेन ड्राइवर ब्रेक पाइप सिस्टम को सेट करने के लिए गार्ड को संकेत दे रहा है।

दो लंबे और दो छोटे हॉर्न 
इसका मतलब होता है कि ट्रेन ड्राइवर इंजन का नियंत्रण लेने के लिए गार्ड को संकेत दे रहा है। 

लगातार या लंबा बजने वाला हॉर्न 
इस तरह का हॉर्न प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों को सतर्क करने के लिए बजाया जाता है कि ट्रेन कई स्टेशनों से नॉन-स्टॉप गुजर रही है और उस स्टेशन पर नहीं रूकेगी। 

दो बार रुक-रुक कर बजने वाला हॉर्न 
ये हॉर्न किसी क्रॉसिंग के करीब आने पर बजाया जाता है ताकि कोई रेलवे क्रॉसिंग के आस-पास न आ सके।

दो लंबे और एक छोटा हॉर्न 
ऐसा हॉर्न तब बजाया जाता है जब ट्रेन अपना ट्रैक बदल कर दूसरे ट्रैक पर जा रही होती है।

दो छोटे और एक लंबा हॉर्न 
ऐसा हॉर्न सिर्फ दो स्थितियों में ही बजता है। या तो किसी ने चेन पुलिंग की है या फिर गार्ड ने वैक्यूम प्रेशर ब्रेक लगाए हैं। 

छह बार छोटे-छोटे हॉर्न 
यह हॉर्न तब बजाया जाता है जब ट्रेन के ड्राइवर को किसी खतरे का आभास होता है। 

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