अपनी अलग अलग मांगो को लेकर रिक्शा चालक संगठनों का प्रतिनिध्तव करनेवाली ऑटो मेन्स युनियन के नेता शशांक राव ने मंगवरा को मुख्यमंत्री के साथ एक बैठक की। मुख्यमंत्री और रिक्शा एक्शन कमेटी के बीच मंगलवार को ये बैठक हुई। ख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने ऑटोरिक्शा मालिकों के लिए एक कल्याण बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया है और जिसके लिए एक सप्ताह के अंदर समिति का गठन किया जाएगा।
ऑटोरिक्शा चालकों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था। हालांकि, मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद रिक्शा चालको ने ये हड़ताल रद्द कर दी थी।बैठक के बाद, रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष शशांक राव ने कहा की सरकार के साथ बैठक सकारात्मक रही। शशांक राव ने बताया कि ऑटो-रिक्शा मालक चालक संगठना संयुक्त कृति समिति में मुंबई के साथ पुणे, नासिक, नागपुर और औरंगाबाद के ऑटो-रिक्शा ड्राइवर भी शामिल हैं।
क्या है मुख्य तीन मांगे
ऑटो-रिक्शा वालों की मुख्य रूप से तीन मांगें हैं। ओला-उबर सर्विस पर रोक लगाना, किराए में बढ़ोतरी और अवैध ऑटो-रिक्शा वालों पर कार्रवाई। यूनियन ने स्पष्ट किया है कि ऐप बेस्ड टैक्सी वाले अगर सरकार द्वारा तय नियमों का पालन करते हैं, तभी उन्हें मान्यता देनी चाहिए।
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