मुंबई के बोरीवली में रहने वाली एक 20 वर्षीय लड़की की मौत गीजर से नहाते समय हो गयी। डॉक्टरों के मुताबिक लड़की जब गीजर चालू करके नहा रही थी तो उस समय ऑक्सीजन के लेवल काफी कम हो गया और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ गयी, जिसकी वजह से वह बेहोश हो गई। लड़की को परिजनों द्वारा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन 5 दिन बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
क्या है मामला?
मिली जानकरी के अनुसार पीड़ित लड़की ध्रुवी गोहिल 5 जनवरी के दिन अपने घर में गीजर चालू करके नहा रही थी। लेकिन जब काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। इसके बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। जब वे बाथरूम के अंदर घुसे तो ध्रुवी उन्हें बेहोशी की हालत में फर्श पर पड़ी मिली। इसके साथ ही गर्म पानी की वजह से ध्रुवी के शरीर के दाहिने हिस्से पर छाले पड़ गए थे।
परिजनों द्वारा ध्रुवी को नजदीकी अपस्ताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 10 जनवरी को उसकी मौत हो गयी। दुर्भाग्यवश जिस दिन ध्रुवी की मौत हुई उसी दिन उसका जन्मदिन भी था।
ध्रुवी के डॉक्टर ने बताया कि, वह बाथरूम गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड की वजह से बेहोश हो गई थी।बाथरूम में ऑक्सीजन की कमी ने उसके मस्तिष्क को प्रभावित किया और वह बेहोश हो गई." अस्पताल में वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थी।