Advertisement

Exclusive Interview: ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ ने मुझे पारदर्शी बनाया: आहना कुमरा

इंटरव्यू के दौरान आहना कुमरा ने कहा, जो भी काम मुझे मिला है, मैंने ईमानदारी से किया है। यही वजह है कि मुझे आगे भी लगातार काम मिलते जा रहे हैं।

Exclusive Interview: ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ ने मुझे पारदर्शी बनाया: आहना कुमरा
SHARES

टीवी सीरियल ‘युद्ध’ से अमिताभ बच्चन के साथ अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस आहना कुमरा ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ और ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। अहाना लखनऊ से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने मुंबई आकर अपने दम पर बॉलीवुड में एक मुकाम हासिल किया है। आज उन्हें फिल्मों से ज्यादा वेब सीरीज में देखा जाता है। जल्द ही वे बॉलीवुड एक्टर राजीव खंडेलवाल के साथ वूट की वेब सीरीज ‘मर्जी’ में लीड रोल निभाते नजर आने वाली है। हमने आहना से खास मुलाकात कर उनके काम और पर्सनल जिंदगी से जुड़े सवाल किए। जिसका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया।   

छोटे शहर लखनऊ से आना और मुंबई में एक मुकाम हासिल करना, इस जर्नी को कैसे देखती हैं?

मेरी जर्नी बेहद खास और स्मूद रही है। मैं यह नहीं कहूंगी कि मैंने एड़ी चोटी का जोर लगाया है। काम मुझे बहुत आराम से मिला है और जो भी मुझे मिला है, मैंने ईमानदारी से किया है। यही वजह है कि मुझे आगे भी लगातार काम मिलते जा रहे हैं।


आप खुद को टीवी, डिजिटल या फिल्म किसमें ज्यादा कंफर्टेबल महसूस करती हैं?

मैं खुद को ज्यादा कंफर्टेबल स्टेज पर महसूस करती हूं। लेकिन कितने लोग उसे देखने आते हैं, वह भी मैटर करता है। टीवी का तो उतना अच्छा कंटेट नहीं होता, इसलिए मेरा ज्यादा फोकस वेब और फिल्मों की ओर रहता है।


आपकी चाहत प्रोड्यूसर बनने की भी है, डिजिटल या फिर बॉलीवुड फिल्में क्या प्रोड्यूस करेंगी?  

मैं सबसे पहले तो वेब सीरीज ही प्रोड्यूस करना चाहूंगी। मुझे सीरीज में काफी दिलचस्पी है। फिल्मों में समय बहुत लगता है। सबसे पहले आप स्क्रिप्ट लिखो फिर फायनेंसर खोजो फिर रिलीजिंग का प्रोसेस अलग। हाथी तो निकल जाता है पर दुम फंस जाती है। किसी फिल्म को डिस्ट्रीब्यूट करना इतना आसान काम नहीं है। जबकि सीरीज के लिए आपको एक टाइम स्लॉट मिलता है, उसी दायरे में स्क्रिप्ट लिखिए कास्टिंग करिए और शो आउट। शो अच्छा चल गया तो दूसरा सीजन शुरु कर दीजिए।


लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा फिल्म से आपको एक खास पहचान मिली है, इस फिल्म को करने के बाद खुद में कितने बदलाव देखती हैं?


मुझे बहुत काम मिल रहे हैं। आज की तारीख में मैं घर पर नहीं बैठती। साथ ही मेरी सोच में भी काफी बदलाव आया। मुझे समझा कि मुझे कौन सा काम करना है कौन सा काम नहीं करना है। पहले मुझे नहीं पता था कि क्या करना है क्या नहीं करना है। साथ ही मेरा नजरिया भी काफी पारदर्शी हो गया है।


फैमिली के साथ किस तरह का रिश्ता शेयर करती हैं?

बहुत ही अच्छा! मैं तो अपनी फैमिली के साथ ही रहती हूं। मेरी मां पुलिस में हैं और फार्मासिटिकल में हैं।


स्क्रिप्ट को पैरेंट्स के साथ डिसकस करती हैं?

कभी नहीं! कभी-कभी तो उन्हें रिलीज होने के बाद पता चलता है। फिर बोलते हैं, अच्छा तुम ये कर रही थी। मेरे पैरेंट्स मेरे काम में कोई दखलंदाजी नहीं करते हैं। उन्हें मुझ पर पूरा भरोसा है कि मैं जो भी कर रही हूं वह अच्छा ही कर रही होंगी। ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ में उन्हें मेरा प्रियंका गांधी का किरदार बहुत पसंद आया था।


लखनऊ में आपका काफी वक्त बीता है, वहां की क्या चीजें मिस करती हैं?

मैं लखनऊ की चाट बहुत मिस करती हूं।  मुझे यहां कि चाट बिलकुल भी नहीं भाती। इसके अलावा कबाब भी काफी पसंद है।


जिस तरह से डिजिटल (वेब सीरीज आदि) को दर्शक प्यार दे रहे हैं, क्या आपको लगता है कि यह बॉलीवुड के लिए खतरा बन सकता है? 

15 अगस्त को 3 फिल्में आ रही हैं, पर मैं खुद बैठकर ‘सेक्रेड गेम्स’ देखने वाली हूं। निश्चित ही डिजिटल पर दर्शकों को अच्छा कंटेंट मिल रहा है, यही वजह है कि दर्शक इसे इतना प्यार दे रहे हैं। बॉलीवुड को भी वक्त के हिसाब से चलना पड़ेगा, नहीं तो वे अपने लिए ही गड्ढा खोदेंगे। हलांकि ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड वाले ट्राई नहीं कर रहे हैं। पर उनके सामने भी कुछ मजबूरियां होती हैं। आज आप एक प्लेटफॉर्म से कंपीट नहीं कर रहे हैं, आप 10 प्लेटफॉर्म से कंपीट कर रहे हैं। साथ ही आप सिर्फ इंडियन शो से नहीं इंटरनेशनल शो से भी कंपीट कर रहे हैं। मेरे पास आज नेटफ्लिक्स, अमेजन व हॉटस्टार है, मेरे पास कितनी चीजें देखने के विकल्प हैं। तो फिर मैं थिएटर में फिल्म देखने क्यों जाऊं, मेरे ऊपर किसी ने बंदूक थोड़े ना रखी है। कुछ समय के बाद मुझे फिल्म इन्ही प्लेटफॉर्म पर मिल जाएगी। हां अगर फिल्म में कुछ खास है, तो जरूर देखने जाऊंगी।


आगामी वेब सीरीज मर्जी में आपका किस तरह का किरदार है?

‘मर्जी’ में मेरे साथ राजीव खंडेलवाल हैं। मैं इसमें एक टीचर का किरदार निभा रही हूं, जोकि शिमला की लड़की है। पर यह किरदार मुझसे काफी अलग है।  

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें