Advertisement

इन खास खूबियों के चलते हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे सुशांत सिंह राजपूत

सुशांत सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। सुशांत के पिता चाहते थे कि उनका बेटा एक इंजीनियर बनें, सुशांत ने पढ़ाई के दौरान ही थिएटर ज्वाइन कर लिया था और धीरे धीरे एक्टिंग के काफी करीब आ गए।

इन खास खूबियों के चलते हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे सुशांत सिंह राजपूत
SHARES

आज 21 जनवरी को बॉलीवुड के ऐसे दिवंगत अभिनेता का जन्मदिन है, जिसकी मौत सुनकर हर किसी के आंसू बह निकले थे। आज वे जीवित तो नहीं हैं, पर हां लोगों के दिलों में वे आज भी राज करते हैं। उन्होंने काफी कम समय में अपनी कड़ी मेहनत और लगन से ऐसा मुकाम हासिल किया था, जो कई एक्टर के पूरे जीवन में भी नसीब नहीं होता। हम आपको आज सुशांत की कुछ ऐसी खूबियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बॉलीवुड के बाकी अभिनेताओं से उन्हें अलग बनाती हैं। साथ ही उनकी यही खूबियां हैं कि लोग उन्हें मौत के बाद भी आज भी उतना ही सम्मान देते हैं और अपने दिलों में बसाकर रखते हैं। 

दिल जीतने में जादूगर

सुशांत सिंह राजपूत की सबसे प्यारी और खास बात थी कि वे लोगों को बहुत कम समय में अपना बना लेते थे। वे लोगों को सम्मान देकर बड़ी आसानी से उनका दिल जीत लेते थे। मुझे याद है जब, उनकी फिल्म 'सोनचिड़िया' का ट्रेलर लॉन्च इवेंट था, इस मौके पर सुशांत के साथ मनोज बाजपेयी और आशुतोष राणी भी वहां पर मौजूद थे। इस मौके पर कई बार सुशांत ने मनोज बाजपेयी और आशुतोष राणा को सर कहकर संबोधित किया, उन्होंने कहा था कि मैं इतने बड़े एक्टर के सामने खड़ा होकर लड़खड़ा रहा हूं। इस मौके पर मनोज बाजपेयी भी भावुक हो उठे थे। सुशांत हरेक इंसान को इतना ही सम्मान देते थे, वे हमेशा मीडिया के सामने भी काफी अच्छे से पेश आते थे। यही वजह थी कि उन्हें बदले में हर जगह सम्मान मिलता था।

किरदार में फूंक देते थे जान 

सुशांत सिंह राजपूत से जब पूछा जाता था उनके करियर के बारे में तो वे अपनी फिल्मों और टीवी शो के अलावा अपने प्ले के भी नाम लिया करते थे। उन्हें प्ले करने में बहुत ज्यादा दिलचस्पी थी। उनका फिल्मी करियर बहुत बढ़ा नहीं रहा है पर उन्होंने हर फिल्म में अलग अलग किरदार निभाकर दिखाया है कि वे एक बेहतरीन अभिनेता हैं। राजकुमार हिरानी जैसे डायरेक्टर के साथ काम करने के लिए लोग तरसते हैं, पर उन्हें अपनी तीसरी फिल्म में ही राजू हिरानी के साथ काम करने का मौका मिला। फिल्म 'पीके' में एक छोटे पर दमदार किरदार में नजर आए थे। फिल्ममेकर उन्हें इसीलिए अपनी फिल्मों में लेते थे क्योंकि वे किरदार में ढलने के लिए जी जान लगा देते थे। 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' के लिए उन्होंने जमकर मेहनत की थी। यहां तक कि कैप्टन कूल भी उनके सवालों का जवाब देते देते कई बार लाल हो जाते थे। उन्होंने इस फिल्म के लिए क्रिकेट सीखने से लेकर, लुक, चाल ढाल, बात करने के अंदाज हर चीज के लिए काम किया था। इसी तरह की मेहनत उन्होंने अपनी हर फिल्म के लिए की है।   

किताबों को पढ़ने का तगड़ा शौख

सुशांत सिंह राजपूत को पढ़ने का बहुत ज्यादा शौख था, वे हमेशा एक ही सब्जेक्ट पर अलग अलग राइटर्स की बुक पढ़ा करते थे। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब आप एक ही सब्जेक्ट के बारे में अलग अलग राइटर की बुक पढ़ते हो तो आपको एक ही चीज को सोचने में के बारे में बहुत सारे प्वॉइंट ऑफ व्यू मिलते हैं। सुशांत सिंह की किताबों की लिस्ट तो बहुत लंबी है, यहां पर मैं आपको उनकी 5 सबसे पसंदीदा किताबों के नाम बता देता हूं।  The Emotion Machine, The Power of Moments, Brilliant Blunders, Collected Works of Kahlil Gibran और उनकी पांचवी लिस्ट में कोई बुक नहीं बल्कि वेद हैं। उनका मानना था कि लोगों के किताबों के साथ साथ अपने वेदों का भी अध्यन करना चाहिए। 

साइंस में गहरी रुचि

सुशांत सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। सुशांत के पिता चाहते थे कि उनका बेटा एक इंजीनियर बनें, सुशांत ने पढ़ाई के दौरान ही थिएटर ज्वाइन कर लिया था और धीरे धीरे एक्टिंग के काफी करीब आ गए। पर एक्टर बनने के बाद भी उनके अंदर से साइंस का कीड़ा कभी खत्म नहीं हुआ वे अक्सर अपने इंटरव्यूज में साइंस, स्पेस, फिजक्स की बातें करते रहते थे। वे स्पेस बेस्ड फिल्म 'चंदा मामा दूर के' भी बनाना चाहते थे। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था 14 जून 2020 को उनकी मौत खबर सामने आ गई। इस खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें