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Thappad Review: एक 'थप्पड़' जीवन में मचा सकता है उथल-पुथल

अगर आप लीक से हटकर फिल्म देखने के शौकीन हैं, तो तापसी पन्नू की यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म घरेलू हिंसा पर बड़ी ही बारीकी के साथ नजर डालती है।

Thappad Review: एक 'थप्पड़' जीवन में मचा सकता है उथल-पुथल
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तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) स्टारर 'थप्पड़' (Thappad) अपने ट्रेलर रिलीज के समय से ही सुर्खियों में बनी हुई है। कई लोगों ने जहां इसके ट्रेलर की तारीफ की तो कई लोगों ने सवाल भी खड़े किए कि कोई महिला सिर्फ एक थप्पड़ की वजह से तलाक कैसे ले सकती है? पर इस सवाल का जवाब डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने फिल्म में बाखूबी दिया है। 

अमृता (तापसी पन्नू) एक हाउस वाइफ है, जो अपने पति विक्रम (पवेल गुलाटी) को बहुत ज्यादा प्यार और केयर करती है। साथ ही वह खुश भी बहुत रहती है। विक्रम भी अमृता को चाहता है पर उसका ज्यादा फोकस अपने करियर पर होता है और रिश्ते को काफी हल्के में लेता है। एक दिन एक पार्टी  में परेशान विक्रम अपनी पत्नी पर हाथ उठा देता है। इस घटना के बाद अमृता उखड़ी उखड़ी रहने लगती है। विक्रम अमृता से माफी तो मांगता है पर उसमें अहंकार साफ झलकता है। इसके बाद अमृता घर छोड़कर चली जाती है और तलाक लेने का मन बना लेती है। पर इसी बीच अमृता के साथ ऐसा कुछ होता है जो उसे फिरसे विक्रम के साथ रहने के लिए मजबूर करता है। अब क्या अमृता तलाक ले पाएगी? या विक्रम अहंकार को छोड़ अम्रता को पाने की कोशिश में सफल हो पाएगा? इन सवालों के जवाब पाने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी। 

तापसी पन्नू ने एक हाउस वाइफ के किरदार में जान डाल दी है। उनका प्यार करने का अंदाज केयर करने का अंदाज आपको बहुत भाएगा। साथ ही जब वे इमोशनल होती हैं, उस वक्त उनके भाव उनके चेहरे पर आप साफ पढ़ सकते हैं। पवेल गुलाटी ने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है। रत्ना पाठक और कुमुद मिश्रा की केमेस्ट्री भी आपको काफी पसंद आएगी। राम कपूर का किरदार छोटा है, पर वे इस किरदार में बाखूबी फबे हैं। फिल्म में दिया मिर्जा और मानव कौल को क्यों लिया गया है, फिल्म देखने के बाद भी आपके भीतर ये सवाल उठता रहेगा। 

अनुभव सिन्हा ने जिस घरेलू हिंसा को लेकर फिल्म बनाई है, उस संदेश को उन्होंने फिल्म में बड़ी ही बारीकी से दिखाया है। पर कई जगह पर फिल्म स्लो होती है, जो दर्शकों का ध्यान थोड़ा भटका सकती है। साथ ही फिल्म के म्यूजिक और गानों के लिए और भी काम किया जा सकता था। अमृता-विक्रम के अलावा फिल्म में कुछ और कहानियों को जोड़ने की कोशिश नाकामयाब रही है।

अगर आप लीक से हटकर फिल्म देखने के शौकीन हैं तो तापसी पन्नू की यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म घरेलू हिंसा पर बड़ी ही बारीकी के साथ नजर डालती है। साथ ही पुरुषों को समझाती है कि एक थप्पड़ जीवन में कितनी उथल-पुथल मचा सकता है।  हम इस फिल्म को 3.5 स्टार देते हैं।  


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