सीएसटी - कर्जों की वसूली, जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई, नोटबंदी के बाद नकदी की समस्या को खत्म करने की मांग को लेकर 28 फरवरी को करीब 10 लाख बैंक कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं। इस बात की जानकारी ऑल इंडिया बैंक एसोसिएशन व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक उप सचिव देविदास तुलजापूरकर ने मुंबई प्रेस क्लब में पत्रकार परिषद में दी। तुलजापूरकर ने कहा कि ग्रामीण भागों में आज भी एटीएम में पैसे नहीं भरे जा रहे हैं। साथ ही नए 2 हजार और 500 के नकली नोट की जांच मशीन अभी तक बैंकों को नहीं मिला है।
नोटबंदी के दौरान जिन लोगों ने गलत तरीके के व्यवहार किया उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही रिजर्व बैंक से जो लोग बड़े पैमाने पर कर्ज लेते हैं और भरते नहीं उनपर कार्रवाई के लिए नियम बनाना चाहिए ऐसी मांग तुलजापूरकर ने की है। इसके लिए 17 फरवरी को फोर्ट परिसर में रिजर्व बैंक के सामने ओ.बी.सी बैंक के गेट के पास शाम 5 बजे प्रदर्शन की बात भी उन्होंने कही है।