जेट एयरवेज के हजारों कर्मचारी आंदोलन पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि जबतक उन्हें उनकी बाकी वेतन नहीं मिल जाती है और सेवा शुरु करने का ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक हम जगह से हटने वाले नहीं हैं।
आर्थिक तंगी झेल रहा जेच एयरवेज ने बैंक से 400
करोड़ की मदद मांगी थी। लेकिन बैंक ने मदद देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद जेट एयरवेज के संचालक मंडल ने बुधवार की रात 12
बजे से जेट की सेवा पूरी तरह बंद कर दी है।
धनराशि देने से किया इनकार
हर दिन के
खर्च व कर्मचारियों की वेतन देने के लिए जेट को 400
करोड़ रुपए की तत्काल आवश्यक्ता थी। इसी संदर्भ में
सोमवार को कंपनी ने स्टेट बैंक के साथ मीटिंक की।
कंपनी के शेयर्स के बेचने की प्रक्रिया शुुरु है,
इसलिए बैंक ने पैसे देने से मना कर दिया।
कर्मचारियों पर लटकी तलवार
जेट के शेयर्स लेने के लिए अनेक कंपनियां उत्सुक थीं।
परंतु इसके लिए 10
मई तक का समय लगने की आशंका है। तबतक के लिए
जेट एयरवेज में काम करने वाले
23
हजार कर्मचारियों का रोजगार संकट में है। जिसके चलते कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।