कुछ साल पहले संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (sanjay gandhi national park) में 'वनरानी' ट्रेन (vanrani train) चल रही थी, जिसे लोगो को काफी प्यार मिला। हालांकी किसी कारणवस इस ट्रेन को रोकना पड़ा। वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि देश की सबसे अच्छी ट्रेन को पार्क में फिर लाया जाएगा क्योंकि भारत स्वतंत्रता का अमृत मना रहा है।
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के टैक्सीडर्मी सेंटर (हिरण साइन सेंटर), वन्यजीव अस्पताल और कैट ओरिएंटेशन सेंटर (कैट ओरिएंटेशन सेंटर) आदि का उद्घाटन बुधवार को वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के पूर्व कार्यकारी निदेशक इरिक सोलेम, सांसद गोपाल शेट्टी, विधायक प्रवीण दारेकर, अभिनेत्री रवीना टंडन सहित वन विभाग के प्रधान सचिव बी. वेणुगोपाल रेड्डी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वीरेंद्र तिवारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख डॉ. वाई एल पी राव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुनील लिमये, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान वन संरक्षक और निदेशक जी. मल्लिकार्जुन, प्रोफेसर श्रीमती हरिप्रिया आदि उपस्थित थे।
मुनगंटीवार ने कहा कि पार्क में आने वाले बच्चों समेत हर कोई ऐसी ट्रेन की ओर आकर्षित होता है। ट्रेन को इस पार्क में लाने का प्रयास किया जाएगा क्योंकि यह ट्रेन पूरे परिवार को एक साथ बांधने और चेहरों पर मुस्कान लाने का काम करती है।
अभिनेत्री रवीना टंडन राज्य सरकार के वन्यजीव राजदूत के रूप में कार्य करेंगी और वन्यजीव संरक्षण और संरक्षण में मदद करेंगी। मुंगंटीवार ने कहा की जब वह वन मंत्री थे तब राज्य में बाघों की संख्या 190 से बढ़ाकर 312 कर दी गई थी और मंत्री द्वारा 50 करोड़ पेड़ लगाए गए थे।
8 वन्यजीव एम्बुलेंस आज से चालू
राज्य के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, दहानू, ठाणे, अलीबाग, रोहा, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में 8 वन्यजीव एम्बुलेंस शुरू की गई हैं। सभी वाहन परिष्कृत, सुसज्जित और गतिशील होने जा रहे हैं।
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