हज तीर्थयात्रियों के प्रावधानों की घोषणा करते हुए, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि सऊदी सरकार ने तीर्थयात्रा कोटा में 5,000 की बढ़ोतरी के बाद इस वर्ष तीर्थयात्रा के लिए 1.75 लाख लोग पंजीकृत किए। उन्होंने कहा कि पहली बार, 13 महिला खदीम-उल-हुजज (व्यक्तिगत देखभाल करने वाले) तीर्थयात्रियों की सहायता करेंगे।इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार है कि जब देश से पहली बार 1,308 महिलाएं बिना मेहरम के हज पर जाएंगी। बिना मेहरम यानी कि वे बिना किसी अभिवावक के हज पर जाएंगी।
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लॉटरी सिस्टम से छूट
इन सभी महिलाओं को लॉटरी सिस्टम से छूट दी गई है। हज के दौरान महिलाओं की प्रकार की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। उनका कहना था कि हज पर जा रही महिलाओं के सहयोग और उनके लिए सुविधाओं की निगरानी करने के मकसद से विशेष रूप से हज सहायकों की तैनाती की जाएगी।
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47% तीर्थयात्री महिलाएं
नकवी ने बताया की तीर्थयात्रियों के साथ 650 खदीम-उल-हुजा में से 13 महिलाएं होंगी। इस साल, लगभग 47% तीर्थयात्री महिलाएं हैं और उनमें से 1,300 मेहरम (पुरुष साथी) के बिना यात्रा कर रहे हैं।
3 लाख 55 हजार 604 आवेदन
इस वर्ष देश की राजधानी दिल्ली से हज पर जाने के 19, 000 तीर्थयात्री शामिल हैं। लखनऊ से 14,500, मुंबई से 14,200, कोचीन से 11,700, कोलकाता से 11,610, श्रीनगर से 8,950, हैदराबाद से 7,600, अहमदाबाद से 6,700, बेंगलुरू से 5,550, जयपुर से 5,500, गया से 5,140 तीर्थयात्री हज पर जा रहे हैं। इसके अलावा चेन्नई से कुल 4,000 तीर्थयात्री, वाराणसी 3,250 से गुवाहाटी से 2,950, नागपुर से 2,800, रांची से 2,100, गोवा से 450, मंगलौर से 430, औरंगाबाद से 350 और भोपाल से 254 सऊदी अरब जाएंगे।