मुंबई के उपनगरीय इलाकों में किए गए सर्वेक्षण में बाल कुपोषण के 16,344 मामले सामने आए हैं। यह सर्वेक्षण एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) योजना के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया था। इसमें फरवरी 2025 में पंजीकृत 238,094 में से 234,896 बच्चों को शामिल किया गया। (16,000 Malnourished Children Found in Mumbai Suburbs)
ICDS पोषण ट्रैकर ऐप ने यह डेटा पाया
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक स्वास्थ्य जांच की गई। ये मामले ऊंचाई और वजन माप के आधार पर दर्ज किए गए। सरकार ने अब डेटा की पुष्टि शुरू कर दी है।
मुंबईत अंगणवाडी सेविकांनी केलेल्या पाहणीमध्ये १६ हजार कुपोषित बालके असल्याचे निदर्शनास आले होते. याबाबत आज उपनगर जिल्हाधिकारी कार्यालयात बैठक घेऊन वस्तुस्थिती जाणून घेतली. अधिकाऱ्यांनी दिलेल्या माहितीनुसार अंगणवाडी सेविकांनी केलेली पाहणी प्राथमिक निकषांवर असते त्या पाहणी नंतर… pic.twitter.com/CsflgmN3dX
— Adv. Ashish Shelar - ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) April 3, 2025
इन परीक्षणों में 1,159 बच्चों को गंभीर रूप से कुपोषित और 3,096 को मध्यम रूप से कुपोषित पाया गया। मंत्री आशीष शेलार ने जिला अधिकारियों के साथ बैठक में निष्कर्षों की समीक्षा की। उन्होंने स्थिति को चिंताजनक बताया और प्रशासन को 10 दिनों के भीतर आवश्यक उपचारात्मक उपायों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
अकेले फरवरी 2025 में, गंभीर कुपोषण के 450 मामले और मध्यम कुपोषण के 407 मामले दर्ज किए गए। अधिकारियों ने अब मुंबई के उपनगरीय क्षेत्रों में शहरी बाल विकास केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। बीएमसी को आगे की चिकित्सा जांच करने का निर्देश दिया गया है। सत्यापन के बाद कुपोषित बच्चों की अंतिम सूची तैयार की जाएगी।
यह भी पढ़े- मुंबई में 34 म्हाडा कॉलोनी में 'आपला दवाखाना'