जहां मुंबई में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वहीं अब कोरोना ने धारावी (Dharavi) में भी प्रवेश कर लिया है। फरवरी की तुलना में मार्च में मरीजों की संख्या में 62 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, इन रोगियों में से 70% से अधिक कोई लक्षण नहीं है। पिछले साल मुंबई में कोरोना की घुसपैठ के बाद, वरली के बाद धारावी कोरोना का केंद्र बन गया।
1 अप्रैल, 2020 को धारावी में पहला मरीज मिला था। उसके बाद रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई, लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए नगरपालिका (BMC) द्वारा उपयोग किए जाने वाले 'धारावी पैटर्न' (Dharavi pattern) की सफलता के कारण, जुलाई-अगस्त के बाद धारावी में रोगियों की संख्या कम हो गई। उसके बाद रोगियों की दैनिक अंकों की संख्या दोगुनी हो गई। फरवरी के मध्य के बाद मुंबई में जब्त की गई कोरोना फिर से उठने लगी है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना धारावी में है।
इस साल 18 मरीजों को 8 मार्च को 21, 16 मार्च को 30, 18 मार्च को 28 और 21 मार्च को 28 मरीज पाए गए हैं। मार्च तक इसी महीने में धारावी में 272 संक्रमित मरीज मिले हैं। फरवरी में धारावी में केवल 168 मरीज पाए गए थे। इस बीच, रोगियों की बढ़ती संख्या के बावजूद, धारावी में बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए हर दिन 1,000 लोगों को टीका लगाया जाता है और आवश्यकतानुसार परीक्षण किया जाता है।