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महाराष्ट्र में 75,000 नौजवानों को मिलेगा नए युग के कौशल का प्रशिक्षण- कैबिनेट मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा

इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अक्टूबर, 2025 को ऑनलाइन किया जाएगा

महाराष्ट्र में  75,000 नौजवानों को मिलेगा नए युग के कौशल का प्रशिक्षण- कैबिनेट मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा
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कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग युवाओं को उद्योग-संबंधित एवं रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से 'मुख्यमंत्री अल्पकालिक रोजगारपरकता पाठ्यक्रम' नामक एक अभिनव पहल का क्रियान्वयन कर रहा है। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अक्टूबर, 2025 को ऑनलाइन किया जाएगा, यह जानकारी विभाग के कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने आज मंत्रालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दी।(75,000 youth in Maharashtra will get training in new age skills says Cabinet Minister Mangalprabhat Lodha)

600 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित 

इस पहल के उद्घाटन के अवसर पर राज्य भर में 600 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और विश्वकर्मा समुदाय के कारीगरों, स्थानीय कलाकारों और पारंपरिक शिल्पों के विशेषज्ञों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा। इसके माध्यम से उनके योगदान को सम्मानित किया जाएगा और समाज में पारंपरिक कौशल के प्रति सम्मान बढ़ेगा।

75,000 प्रशिक्षुओं को रोजगार कौशल प्रशिक्षण

इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के 419 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) और 141 राजकीय तकनीकी विद्यालयों में कुल 2,506 बैच शुरू किए जाएंगे। इसके माध्यम से चालू वर्ष में 75,000 प्रशिक्षुओं को रोजगार कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और विभाग ने अगले वर्ष से इस संख्या को बढ़ाकर 1 लाख प्रशिक्षु करने का संकल्प लिया है।

ज़िले की संस्थान प्रबंधन समितियाँ (IMC) स्थानीय स्तर पर इन पाठ्यक्रमों का संचालन 

इस पहल के माध्यम से कौशल शिक्षा का विकेंद्रीकरण किया जा रहा है और पाठ्यक्रमों का चयन स्थानीय माँग और जनहित के अनुसार किया गया है। प्रत्येक ज़िले की संस्थान प्रबंधन समितियाँ (IMC) स्थानीय स्तर पर इन पाठ्यक्रमों का संचालन करेंगी। इससे शिक्षा नियोजन, कार्यान्वयन और गुणवत्ता नियंत्रण के सभी पहलुओं में स्थानीय भागीदारी और जवाबदेही बढ़ेगी।

आत्मनिर्भर बनाना मुख्य उद्देश

लोढ़ा ने कहा, "इस पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को उद्योग की बदलती माँगों के अनुसार आधुनिक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस पहल की विशेषता स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं और महिला उम्मीदवारों को स्व-रोज़गार के अवसर प्रदान करना है।"

प्रवेश प्रक्रिया और पात्रता

इस कार्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन लागू की जा रही है और इच्छुक उम्मीदवार वेबसाइट https://admission.dvet.gov.in पर पंजीकरण करा सकते हैं। प्रशिक्षण शुल्क 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह निर्धारित किया गया है। 25 प्रतिशत सीटें संस्थान के प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि शेष सीटें बाहरी उम्मीदवारों के लिए खुली रहेंगी। आईटीआई के मौजूदा और उत्तीर्ण छात्रों के साथ-साथ 10वीं, 12वीं, डिप्लोमा या डिग्री की पढ़ाई कर रहे छात्र भी इन पाठ्यक्रमों के लिए पात्र होंगे।

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